आन्दोलन: ग्रामीण डाक सेवकों को नियमित, पुरानी पेंशन बहाली पर डाक कर्मचारियों का हल्ला बोल

केंद्रीय कर्मचारी समन्वय समिति और N.F.P.E के आवाहन पर आज हिमाचल प्रदेश के सभी डाक कर्मचारियों ने 28 मार्च 22 को हड़ताल में भाग लेने का फैसला लिया।शिमला डाक मंडल के कर्मचारियों में डाक सहायक पत्र वाहक M. T. S व ग्रामीण डाक सेवकों के कर्मचारियों ने भाग लिया..
हड़ताल में शामिल सदस्यों की संख्या 260 से अधिक थी अपनी 14 सूत्रीय भाग पत्र को लेकर कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी की और कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध किया।जिन कर्मचारी नेताओं ने सभा को संबोधित किया उनमें से मंडलीय सचिव पुरुषोत्तम चौहान, मंडल अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, पूर्व सेवक अध्यक्ष जगत राम, प्रेम मेहता, कमल किशोर, संदीप नारायण सिंह, ओम प्रकाश, रोशन ठाकुर, अनीता शर्मा मोनिका व सम्मिलित है |
14 सूत्रीय मांग पत्र में मुख्य मांगे इस प्रकार है
नई पेंशन स्कीम बंद करो पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए|
जनवरी 2020 से जुलाई 21 तक का महंगाई भत्ता तुरंत जारी किया जाए.
8 वें वेतन आयोग का गठन किया जाए.
सरकारी विभागों उपक्रमों का निजीकरण बंद किया जाए , ग्रामीण डाक सेवाओं को नियमित किया जाए
तथा उनके लिए पेंशन की व्यवस्था की जाए|सभी कर्मचारियों ने बीपीओ शिमला के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया ..
तथा हड़ताल 29 मार्च 2022 को भी जारी रहेगी कर्मचारी नेताओं ने हमारी मांगों के प्रति सरकार के रवैया की निंदा की है।


