गांव-गांव में पाईप के माध्यम से जल को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा

केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उन समस्त लोगों तक नल के माध्यम से जल पहुंचाने का बीड़ा उठाया गया है जिनके पास या तो नल से पानी नहीं आता था या पेयजल से वंचित थे। इसके लिए गांव-गांव में पाईप के माध्यम से जल को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। इस कार्य हेतु ग्रामीणों को जागरुक एवं प्रशिक्षित होना आवश्यक है। यही कार्य आईआईआरडी को सौंपा गया है।
इसी कड़ी में आज शिमला के शनान सथित आईआईआरडी कार्यलय में राष्ट्रीय जल जीवन मिशन एवंम आईआईआरडी दवारा चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला ( L-3) का आयोजन किया गया जिसमें हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलो के VWSC और ISA के सदस्य भाग ले रहे हैं आईआईआरडी संस्था को ग्रामीण लाभान्वित लोगों को प्रशिक्षण एवं सहयोग करने के लिए चयन किया गया है।
इस अवसर पर आईआईआरडी के प्रबंध निदेषक डॉ0 एल सी शर्मा बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए , वही इस मौके पर आईआईआरडी के एडमिन डारेक्ट सुषमा शरमा विशेष रूप से उपस्थित रहे
सेमिनार को संबोधित करते हुए आईआईआरडी के प्रबंध निदेषक डॉ0 एल सी शर्मा ने कहा कि जिदा रहने के लिए वायु के बाद जल का दूसरा महत्व है उनहोंने कहा कि समय के साथ तोर तरिके कि भी बदलने की आवश्यकता है साथ ही उनहोंने कहा कि पानी को वैज्ञानिक दृष्टि से भी देखने कि आवश्यकता है
जल जीवन मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश में भी युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। इसके मद्देनजर इस मिशन की जानकारी, जागरुकता एवं प्रशिक्षण आम ग्रामीणों को होना आवश्यक है। यह ज़िम्मा हिमाचल प्रदेश में अभी सामाजिक सेवा एवं तकनीकि प्रशिक्षण में अव्वल में तत्पर संस्था आईआईआरडी को सौंपा गया है
संस्था के प्रबंध निदेशक डॉ. एलसी शर्मा ने कहा कि यह मिशन भारत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यदि इसकी सफलता सिरे चढ़ती है तो देश में यह एक क्रांति से कम नहीं होगा, लेकिन यहां आम नागरिकों की जिम्मेवारी अधिक हो जाती है। सत्र में उन्हें न केवल प्रतिभागीयो को विशयवस्तु की जानकारी प्रदान की गई बल्कि उनके लिए विविध प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से जल की महता और उसके संरक्षण का प्रषिक्षण भी प्रदान किया गया ।
इस सेमिनार में हिमाचल प्रदेश के 18 ISA और VWSC शिमला ग्रामीण क्षेत्र से16 प्रधान व उप प्रधान भाग ले रहे हैं
इस अवसर पर प्रषिक्षण में प्रोजेक्ट प्रभारी हरिन्दर वर्मा और प्रोजेक्ट समन्वयक योगिता राज शरमा भी मौजूद रहे


