बाहरवीं बोर्ड परीक्षा की पारदर्शिता से खिलवाड़ चिंतनीय, परीक्षा और बोर्ड की गोपनीयता के नियमों का हो सख्ती से पालन : अभाविप

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से ली जा रही बाहरवीं की परीक्षा की पारदर्शिता वर्तमान समय में संदेह के घेरे में है।
जिस तरह एक मामला सामने आया है, जिसमे एक परीक्षार्थी परीक्षा दे रहा है और उसी बोर्ड मे पेपर सेटिंग ब्रान्च मे उसके पिता सेवाएं दे रहे है। हालांकि स्कूल बोर्ड नियम सर्विस कंडक्ट रूल के मुताबिक किसी भी अधिकारी या कर्मचारी का बेटा, बेटी या अन्य ब्लड रिलेशन वाला रिश्तेदार बोर्ड की परीक्षायों मे भाग ले रहा हो ऐसी स्थिति में उसे स्कूल शिक्षा बोर्ड की गोपनीय शाखा, प्रश्नपत्र सेटिंग शाखा में नियुक्त नहीं किया जा सकता। ऐसी स्थिति में कर्मचारी की अंडरटेकिंग भी ली जाती है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा वर्तमान समय में ली जा रही बोर्ड परीक्षाओं में ऐसी लापरवाही का मामला सामने आना चिंताजनक है।
अभाविप हिमाचल प्रदेश के प्रान्त सह मंत्री शिल्पा कुमारी ने कहा कि “हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में परीक्षाओं के विषय में किसी भी तरह के नियमों की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। यह विषय प्रदेश के स्कूलों में पढ़ रहे लाखों विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़ा हुआ गंभीर विषय है। बोर्ड प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए की बोर्ड परीक्षाओं में पेपर सेटिंग की पारदर्शिताओ को लेकर किसी भी तरह से व्यवस्था में गड़बड़ न हो। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश मांग करती है की शीघ्र इस मामले को सुलझाया जाए तथा बोर्ड परीक्षाओं में नियमों की अवहेलना करने वाले अधिकारी अथवा कर्मचारी की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह परीक्षाओं की पारदर्शिता से खिलवाड़ न हो सके।”



