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अभाविप के 7 दशकों के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाशित होने जा रही है “ध्येय यात्रा” पुस्तक

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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विगत 7 दशकों के पराक्रम व उपलब्धियों को अपने मूल रूप में उल्लेखित करते हुए इसकी गाथाओं के संकलन के रूप में अप्रैल माह में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जीवन गाथा “ध्येय यात्रा” पुस्तक का प्रकाशन होने जा रहा है। अभाविप हिमाचल प्रांत के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की 9 जुलाई 1949 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का छात्र संगठन के रूप में विधिवत कार्य आरंभ हुआ था। तब से लेकर अब तक असंख्य कार्यकर्ताओं की अनेक पीढ़ियों ने अपने स्वेदबिंदुओं से इसे सींचा और रचनात्मक, आंदोलनात्मक एवं प्रतिनिधित्वात्मक गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में अपनी गहरी छाप छोड़ी है। इसी के परिणाम स्वरूप आज 3900 से अधिक इकाइयों तथा 2331 संपर्क स्थानों सहित 21 हजार से अधिक शैक्षिक परिसरों में लगभग 34 लाख कार्यकर्ताओं के साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन बनकर उभरा है। विगत 7 दशकों की साधना में तपकर तैयार हुआ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रों का ऐसा संगठन है जो निरंतर युवा पीढ़ी को देश व समाज के प्रति जागृत एवं प्रेरित करता रहा है। विद्यार्थी परिषद के हिस्से में अनेक ऐसी अतुलनीय उपलब्धियां हैं जिनकी कहानियां इतिहास के सुनहरे पृष्ठों में अंकित है। विगत 7 दशकों में राष्ट्रीय अस्मिता, राष्ट्रीय सुरक्षा, शैक्षिक परिवर्तन सहित अनेक विषयों पर परिषद के जिस पराक्रम को देश और दुनिया ने देखा है, नई पीढ़ी के सामने व पराक्रम व उपलब्धियां अपने मूल रूप से उल्लेखित हो सके।

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इसलिए यह आवश्यक है कि इसकी गाथाओं का संकलन तथा प्रकाशन किया जाए।

इसी विषय को ध्यान में रखकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उल्लेखनीय कार्यों तथा वैचारिक पक्षों को एक काव्य प्रस्तुत करने के उद्देश्य से आगामी अप्रैल 2022 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जीवन गाथा “ध्येय यात्रा” पुस्तक का प्रकाशन किया जाएगा। इस पुस्तक का विमोचन 15 अप्रैल 2022 को दिल्ली में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरकार्यवाह मा. दत्तात्रेय होसबाले जी के द्वारा किया जाएगा। पुस्तक प्रकाशन से पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा देशभर में पुस्तक हेतु अग्रिम पंजीकरण का विशेष अभियान चलाया गया है। यह पुस्तक दो खंडों में प्रकाशित की जाएगी तथा 800 से अधिक पृष्ठों में समाहित दोनों खंड अभाविप के प्रमुख लक्ष्यों और उसकी पूर्ति के लिए की गई रचनात्मक गतिविधियों, साहसिक प्रयासों, विविध आयामों, बलिदानों, संगठन के स्वरूप और विकास क्रम इत्यादि का तथ्यपरक विवरण देंगे। यह पुस्तक छात्र संगठनों के लिए दिग्दर्शिका बनेगी। इस पुस्तक के अग्रिम पंजीकरण को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा देशभर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी विशेष अभियान चलाया है।

Deepika Sharma

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