
एक कर्मचारी को 1 दिन में तीन जगह जांच के लिए बुलाए जाने के मामले में शिक्षा निदेशालय का यह मामला गरमा गया है। जानकारी के मुताबिक राज्य अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने प्रदेश सरकार और उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है जिनके समक्ष यह आवाज उठाई है कि बिना स्पष्टीकरण मांगे पहले तो उन्हें बुलाया गया है। और भेजे गए जांच पत्र में यह भी नहीं लिखा गया है कि आखिर किस आधार की जांच के लिए उन्हें बुलाया गया है। इसे लेकर वीरेंद्र चौहान ने निदेशक को भी साफ किया है कि वह उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है लेकिन फिर भी एक डेकोरम के मुताबिक जांच को लेकर भी उन्हें स्पष्टीकरण मांगे बगैर ही एक ही दिन तीन जगह क्यों बुलाया ?
। उनका कहना है कि यह एक अनैतिक तौर पर कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर वीरेंद्र चौहान का कहना है कि उन्हें मेडिकल के लिए भी बुलाया गया है जिससे उन्हें यह हैरानी हो रही है कि क्या वह मानसिक तौर पर अक्षम हो गए हैं जिसके कारण वह बच्चों को नहीं पढ़ा सकते या कोई और कारण है जिसके लिए शिक्षा विभाग ने यह भी जरूरी नहीं समझा कि वर्षों से उसके विभाग में कार्य कर रहा एक कर्मचारी को बिना स्पष्टीकरण मांगे यानी की जांच के नियम के तहत भी उसे जवाब नहीं मांगा जा रहा है और सीधे जांच के लिए उत्पीड़न का शिकार बनाया जा रहा है।
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खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा
वीरेंद्र चौहान का कहना है कि यदि यह कार्रवाई निष्पक्ष तौर पर नहीं की गई तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।



