असर विशेष: जानें; हिमाचल प्रदेश में क्यों बढ़ने लगा पथरी के मरीजों का ग्राफ.
बच्चों में भी पथरी होने की शिकायतें आई

हिमाचल प्रदेश में बढ़ने लगी है पथरी के मरीजों की संख्या..
भागदौड़ भरी जिंदगी में पथरी की समस्या आमतौर पर सुनने को मिल जाती है। हिमाचल प्रदेश में पथरी के मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। किडनी स्टोन यानी की गुर्दे की पथरी का दर्द असहनीय होता है। जिन्हें हम लोग अक्सर नजरअंदाज करके बैठ जाते है। किडनी में जिन लोगों को पथरी होती है उन्हें तो इसके लक्षण के बारे में तब पता चलता है जब पथरी का आकार बढ़ने लगता है।
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क्या बोल रहे डॉक्टर्स
रिपन शिमला के सर्जन डॉ. नवीन और डॉ. सावन ने बताया कि उनके पास पित्त की थैली में पथरी और किडनी में पथरी वाले रोगियों की संख्या बढ़ रही है।रोजाना ओपीडी में 60 से 70 मरीज जांच को आते हैं। इसके अलावा छोटे बच्चों में भी पथरी की समस्या सामने आ रही हैं। इनका कहना है कि सामान्य रूप से पथरियां अगर छोटी हो तो दवाइयों से बिना किसी तकलीफ मूत्र मार्ग से शरीर से बाहर निकाल दी जाती हैं, लेकिन अगर ये पर्याप्त रूप से बड़ी हो जाएं तो ये मूत्रवाहिनी में अवरोध उत्पन्न कर सकती हैं। इसीलिए समय पर उपचार करवा लेना चाहिए।
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इसलिए बढ़ने लगा ग्राफ
इस बीमारी के होने के पीछे लोगों का खराब खानपान है। इससे लोगों को बचना चाहिए।किडनी की पथरी में अगर आप अपने रोजमर्रा के खाना पान का ध्यान रखते हैं और परहेज करते हैं तो आपकी दिक्कतें काफी हद तक दूर हो जाती हैं। हिमाचल में अब लोग कम चलने लगे है।और फास्ट फूड का अधिक इस्तेमाल कर रहे है। और पानी कम पी रहे हैं, टमाटर का कम इस्तेमाल करें।
असर टीम से पूजा…



