विविध

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को पूरा करवाने के लिय हर परिणाम भुगतने को तैयार

हिमाचल में भी बहाल हो पुरानी पेंशन : सुरेन्द्र पुन्ड़ीर 

 

 

 

 

कर्मचारियों पर धरना प्रदर्शन पर प्रतिबंध के दबाव के वावजुद भी नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ अपनी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को पुरा करवाने के लिय हर परिणाम भुगतने को तेयार हें। सिरमौर जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र पुन्ड़ीर ने कहा कि एनपीएसईए अपनी मांग को राज्य सरकार के समक्ष सभी संवेधानिक माध्यम से रख चुका हें अत अब पद यात्रा के माध्यम से पुन सरकार एवं आम जनता को इस मांग के जायज होने के विषय में जागृत कर रहे हें। संघ अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में न तो कोई आपात्काल लगा हें न ही धारा 144 । अत कर्मचारियों को पद यात्रा में अवकाश ले कर अवश्य भाग लेना चाहिये।  

23 फरवरी को मुख्यमंत्री महोदय द्वारा वार्ता हेतु बुलाये जाने पर संघ के 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए सुरेन्द्र पुन्ड़ीर ने कहा कि यद्यपि माननीय मुख्यमन्त्री से अत्यंत सौहार्दपूर्ण माहोल में वार्ता हुई तथापि दोनों पक्ष किसी सहमति पर नही पहुंच पाये।

पद यात्रा एवं 3 मार्च के धरने हेतु मजबुर करने के लिय संघ ने विभागीय अधिकारियों पर आरोप लगाया क्योंकि 11 दिसंबर 2021 को धर्मशाला के शीतकालीन विधानसभा सत्र में माननीय मुख्यमन्त्री ने संघ को पुरानी पेंशन बहाली हेतु समिति गठित करने की अधिसूचना दी थी जिस पर 2 माह बीत जाने पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई अत अब आन्दोलन कर्मचारियों की मजबूरी बन गया हें । नई पेंशन के दुष्परिणामो से प्रभावित कर्मचारी इस आन्दोलन के किसी भी परिणाम को भुगतने के लिय तेयार हें ।

 

*राजस्थान की घोषणा से जो लड़ाई OPS बहाली की थी उसे और बल मिला है उन सभी आलोचकों के मुंह बंद हुए हैं जो लोगों को या कर्मचारियों को गुमराह करते थे कि OPS केंद्र सरकार बहाल करेगी तो ही बहाल होगी गहलोत सरकार ने सभी को बेनकाब उनके इस निर्णय का NPS महासंघ स्वागत करता है*

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संघ इस पदयात्रा से कर्मचारियों को जागरूक करने जा रहा है और जो एनपीएस के पदाधिकारी या जो कर्मचारी साथी इस पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं *वह किसी भी प्रकार की सरकार विरोधी गतिविधि में नहीं है* वह अपने हक की मांग के लिए पैदल सड़कों के माध्यम से सरकार तक पहुंचने जा रहे हैं अपनी उचित मांग को मन्वाने के लिय पद यात्रा जेसे अहिंसात्मक माध्यम की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत को स्वतंत्र करवाने के लिय दांडी मार्च से प्रारम्भ कीया था। जन जागरण के लिय एसे अभियान आजादी समय भी लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपने देश को आजाद कराने के लिए आंदोलन किए थे और आज एनपीएस की गुलामी से आजादी के लिए अगर कर्मचारियों ने संघर्ष की राह पकड़ी है तो निसन्देह यह तर्कसंगत एवं संवेधानिक हें।खण्ड अध्यक्ष जितेन्द्र चौहान, चन्द्र मणि वर्मा, अनिल शर्मा, प्रवीण शर्मा, बी आर सिन्ग्टा, सन्दीप कश्यप एवं सुरेश सिन्ग्टा ने कहा की 3 मार्च की प्रस्तावित शिमला रेली में जिला सिरमौर से हजारो कर्मचारी भाग लेंगे।

 संघ नेताओं ने निर्णय लिया कि यदि इस पद यात्रा अथवा शिमला रेली के दौरान कर्मचारियों के अवकाश रद्द कीय गये तो कर्मचारी मजबूरन अपने परिवार जनो माता पिता, भाई बहन, पत्र पुत्रिया एवं अन्य को रेली में भाग लेने के लिय प्रेरित करेंगे जिस से रेली में भाग लेने वालो की संख्या कई गुणा बढ़ जायेगी तथा इस सबकी जिम्मेबारी सरकार के उन विभागाध्यक्षो की होगी जो लोकतांत्रिक व्यव्स्था के तहत विचार एवं अपनी मांग को अभिव्यक्त करने के मौलिक अधिकार को समाप्त करने अथवा उसे वाधित करने की कार्यवाही करेंगे।

संघ ने हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ , प्राथमिक शिक्षक संघ, हिमाचल प्रदेश पदोन्नत स्कूल प्राध्यापक संघ,हि प्र रा वि प लि मिनिसटीरियल सर्विसेस एसोसियशन आदि कर्मचारी संघो आदि का पदयात्रा एवं घेराव में समर्थन के लिय आभार व्यक्त किया। 

 

संघ ने आश्वस्त किया की यदि बजट सत्र के दौरान माननीय मुख्यमन्त्री महोदय संघ की एक मात्र मांग पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा करते हें तो अविलंब ही पद यात्रा को निरस्त कर संघ सरकार का आभार व्यक्त करेगा।

 

 

Deepika Sharma

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