
स्मार्ट सिटी के विशेष दायरे में आने वाले शिमला शहर की स्थिति में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला है।शिमला शहर काे स्मार्ट और साफ सुथरा बनाने के काम जिन लोगों को दिया गया है वह लोग अपने इस काम को कितनी जिम्मेदारी से कर रहे है, राजधानी के पुराने बस अड्डे की हालत देखकर लगाया जा सकता है। एक वर्ष से ये स्थिति बस अड्डे में टूटे बेंच की दिख रही है। जिसकी सुदबुध कोई लेने वाला नहीं है।
। यह तस्वीरें शिमला के पुराने बस स्टैंड के हवा घर की है। यहां पर लोग बैठ कर बसों का इंतजार करते हैं।
लेकिन यहां पर बेंच के नीचे पड़ी हुई गंदगी से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि लोगों को यहां कितनी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है इधर खड़ा भी नहीं रहा जा रहा है।
यहां पर लोगों को मजबूरन खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है जिसमें उन्हें बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।शहर के कई लाेग भी सेग्रिगेशन व्यवस्था काे फॉलाे नहीं कर रहे हैं। यहां तक कि जंगलों में लोग कूड़ा फेंक रहे है, जिससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है।…..
असर टीम से भारती…


