
राज्य सरकार के फैसले के मुताबिक कोविड-19 द्वारा मृतक के परिजनों को ₹50000 की अनुग्रह राशि को आसानी से दिलवाने के लिए आईजीएमसी शिमला में लोक हितैषी प्रशासनिक प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ चिकत्सा अधीक्षक द्वारा अधिकारियों की समिति गठित की गई है। इस समिति में प्रो डॉ बलबीर वर्मा नोडल अधिकारी कोविड- 19, प्रोफेसर डॉ सुनील शर्मा नोडल अधिकारी वेंटिलेटर स्पोर्ट कोविड – 19, डॉ राहुल गुप्ता एसोसिएट प्रोफेसर-सह-सहायक नोडल कोविड – 19 शामिल है।
पहले मृतक के परिजन आईजीएमसी में पूरा दिन मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र व् बाकि के दस्तावेज प्राप्त करने के लिए इधर-उधर भटकते रहते थे,परंतु अब वे इधर-उधर ना भटक कर एक ही जगह से अपना सारा कार्य करवा सकते हैं। आईजीएमसी में समिति द्वारा परिजन को एक प्रार्थना पत्र दिया जाएगा। जिसमें वह मृतक की पूरी जानकारी लिखेगा उसके बाद समिति द्वारा हॉस्पिटल रिकॉर्ड की पूर्ण रूप से जांच पड़ताल की जाएगी, की इस व्यक्ति की मृत्यु कोविड से हुई है या किसी अन्य बीमारी से। पूर्ण रूप से जांच करने के बाद समिति के सदस्य मृतक के परिजन को वांछित मृतक की मृत्यु प्रमाण पत्र, कोविड की पॉजिटिव रिपोर्ट और डेथ समरी देंगे।इसके बाद आगामी प्रक्रिया एसडीएम के माध्यम से की जाएगी। किसी भी विवाद के मामले में सभी प्रमाण पत्रों को रोकते हुए समिति के सदस्य सारा मामला वरिष्ठ चिकत्सा अधीक्षक के कार्यालय को प्रेषित करेंगे ताकि जल्द से जल्द लाभार्थी को मिलने वाले लाभ को सुनिश्चित कर सकें लोग इस तरह से एक ही जगह से सारा काम हो जाने को लेकर खुश हैं और सरकार एवं हॉस्पिटल प्रशासन की तारीफ कर रहें है।


