चिट्टा के खिलाफ कदमों की गूंज: 16 दिसंबर को हमीरपुर बनेगा नशा-मुक्त हिमाचल के संकल्प का साक्षी

नशे के खिलाफ हिमाचल की जंग अब निर्णायक मोड़ पर है। प्रदेश सरकार और हिमाचल पुलिस के संयुक्त जन-आंदोलन के तहत 16 दिसंबर 2025 को हमीरपुर में भव्य एंटी-चिट्टा वॉकथॉन का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी अगुवाई स्वयं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे। यह आयोजन केवल एक पदयात्रा नहीं, बल्कि नशे के विरुद्ध जन-संकल्प और सामाजिक चेतना का सशक्त संदेश बनेगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया है कि वे नशे जैसी घातक सामाजिक बुराई के खिलाफ इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उनका कहना है कि नशा युवाओं के भविष्य के साथ-साथ समाज की नैतिक और सामाजिक नींव को भी कमजोर करता है, जिसे केवल सामूहिक प्रयासों से ही रोका जा सकता है।
इसी कड़ी में पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने हमीरपुर पहुंचकर वॉकथॉन की तैयारियों की समीक्षा की और स्पष्ट किया कि “चिट्टा मुक्त हिमाचल” तभी संभव है, जब समाज का हर वर्ग इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हो। उन्होंने आम जनता, युवाओं, अभिभावकों और सामाजिक संगठनों से अपील की कि वे बड़ी संख्या में वॉकथॉन में शामिल होकर इसे जन-आंदोलन का रूप दें।
वंदे मातरम्, एंटी-चिट्टा शपथ, मुख्यमंत्री का संबोधन और जन-सहभागिता—इन सभी के साथ यह वॉकथॉन नशे के खिलाफ हिमाचल की एकजुट आवाज़ बनेगी। हमीरपुर की सड़कों पर उठने वाले ये कदम पूरे प्रदेश को नशा मुक्त बनाने का संकल्प दोहराएंगे।
हमीरपुर में नशे के खिलाफ जंग अब और तेज़ हो गई है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी खुद एंटी-चिट्टा वॉकथॉन की तैयारियों का जायज़ा लेने मैदान में उतरे। उन्होंने न सिर्फ व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा की, बल्कि साफ संदेश भी दिया—नशे के खिलाफ यह लड़ाई पुलिस अकेले नहीं, बल्कि जनता के साथ मिलकर जीतेगी।
डीजीपी ने कहा कि चिट्टा जैसी घातक नशा प्रवृत्ति युवाओं को अंधकार की ओर धकेल रही है और इसे रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है। 16 दिसंबर को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में होने वाला एंटी-चिट्टा वॉकथॉन इसी सोच का प्रतीक बनेगा।
निरीक्षण के दौरान डीजीपी अशोक तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह वॉकथॉन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम न रहे, बल्कि हर नागरिक की भागीदारी से एक सशक्त जन-आंदोलन का रूप ले। हमीरपुर से उठने वाली यह आवाज़ पूरे हिमाचल को नशे के खिलाफ एकजुट करेगी।



