दवा का कारोबार नहीं, इंसानियत का सवाल है
9 जुलाई को देशभर में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स की हड़ताल

– जेनरिक दवाओं के नाम पर लूट, नौकरी की असुरक्षा सरकार और कंपनियों की मनमानी के खिलाफ बिगुल!
शिमला, 9 जुलाई 2025
“दवा का कारोबार नहीं, इंसानियत का सवाल है!”
यही संदेश लेकर 9 जुलाई को पूरे देश में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स एक दिन की राष्ट्रीय हड़ताल पर रहेंगे। एफएमआरएआई (FMRAI) के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश के दवा प्रतिनिधि भी इस आंदोलन में पूरी ताकत से शामिल हो रहे हैं।

हड़ताल का मकसद सिर्फ़ वेतन या सुविधाएं नहीं, बल्कि आम जनता को सस्ती, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना भी है।

🔴 मुख्य मांगें:
महंगी दवाओं की कीमतों पर नियंत्रण
नकली और घटिया दवा व्यापार के खिलाफ सख्त कार्रवाई
जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए
फील्ड स्टाफ को नौकरी की सुरक्षा व सम्मान
दवा कंपनियों की मनमानी और अनैतिक नीतियों पर रोक
भारत में राष्ट्रीय स्तर पर पब्लिक सेक्टर में स्थापित पांच राष्ट्रीय दवा इकाइयों को पुनः सक्रिय किया जाए
दवाओं को जीएसटी से बाहर करने की दिशा में सरकार निर्णय ले
HPMRA शिमला यूनिट के अध्यक्ष अजय शर्मा ने साफ़ कहा:
“हम सिर्फ़ अपनी नहीं, हर मरीज़ की लड़ाई लड़ रहे हैं। जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा, हमारा संघर्ष जारी रहेगा
दवा प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को नज़रअंदाज़ किया गया तो यह हड़ताल सिर्फ शुरुआत होगी। दवा कंपनियों पर लगाम और कर्मचारियों के अधिकारों की बहाली भी इस आंदोलन का उद्देश्य रहेगा
📣 दवा व्यापार नहीं, सस्ती दरों पर गुणवत्ता युक्त दवाओं की समाज के हर वर्ग को उपलब्धता है
9 जुलाई का दिन पूरे देश में मेडिकल प्रतिनिधियों के संघर्ष की आवाज़ बनेगा।

