विद्युत बोर्ड की संपति को HPTCL को हस्तांतरित करने की अटकलों पर चर्चा, एक साथ हुआ विरोध

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हिमाचल प्रदेश राज्य विधुत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश पदाधिकारीयों की वर्चुअल बैठक दिनांक 20-06-2025 को अध्यक्ष रणवीर ठाकुर की अध्यक्षता में हुई जिसमें समस्त प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे । बैठक में विद्युत बोर्ड की संपति को HPTCL को हस्तांतरित करने की अटकलों पर चर्चा हुईं।
जानकारी के अनुसार विद्युत बोर्ड अपने 66KV , 132 KV , एवं 220 KV के सब – स्टेशन और लाइन्स HPTCL को हस्तान्तरित कर रहा है । पदाधिकारी बैठक में एक स्वर से इसका विरोध हुआ। तकनीकी कर्मचारी संघ ने निर्णय लिया है कि यदि विद्युत बोर्ड इस तरह का एकतरफा फैसला लेता है तो तकनीकी कर्मचारी संघ इसका पुरजोर विरोध करेगा । इस तरह का निर्णय पूर्व में, सरकार, विधुत बोर्ड व कर्मचारियों के मध्य हुए त्रिपक्षिय समझौते का सीधा – सीधा उल्लंघन होगा। जिसे तकनीकी कर्मचारी संघ कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। इस तरह का कदम कानूनी, वित्तिय एवं तकनीकी दृष्टि से अव्यवहारिक है।
HPSEBL के कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा इन संपतियो से जुड़ी हैं। तकनीकी कर्मचारी संघ का मानना है कि HPSEBL की संपतियों को HPTCL को स्थानान्तरित करने का फैसला अनेक समस्याओं को जन्म देगा जोकि वर्तमान में उपभोक्ताओं को दी जा रही सेवा की विश्वसनियता व गुणवता को प्रभावित करेगा इसके साथ ही ऐसा करने से बिजली के दाम बढ़ेंगे जिससे उपभोक्ताओं पर अनआवश्यक बोझ बढ़ेगा । बिजली बोर्ड को खड़ा करने में तकनीकी कर्मचारियों की अहम भूमिका रही है , इसको अलग अलग करना कर्मचारियों के साथ अन्याय है ।
कर्मचारियों से बातचीत के उपरान्त ही ऐसे निर्णय लिए जाएं ताकि त्रिपक्षिय समझौते का भी उल्लंघन न हो । विधुत बोर्ड यदि संपति निर्णय लेता है तो तकनीकी कर्मचारी संघ शीघ्र ही शिमला में एक आम सभा का आयोजन करेगा जिसमें आगामी निर्णय लिया जाएगा । यह जानकारी तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री रणवीर ठाकुर व महामन्त्री चमन लाल शर्मा ने संयुक्त वक्तव्य में दी है ।


