EXCLUSIVE: अभी पैसा पहुंचा ही नहीं और स्कूलों से मांग लिया यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट
स्कूलों को भेजे पत्र से शिक्षा जगत में हैरानी, बीस अक्तूबर से पहले कैसे खर्च कर लें पैसा?

स्कूलों को राशि देने और उसे खर्च करने के बीच की समय अवधि कम होने के निर्देशों ने स्कूल प्रशासन को परेशानी में डाल दिया है। समग्र शिक्षा की ओर से जारी की गई अधिसूचना के तहत फंड यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट को 20 अक्तूबर से पहले ही समग्र शिक्षा द्वारा मांगा गया है। अब इसे लेकर स्कूल प्रशासन इसलिए हैरानी में है क्योंकि अभी तक पैसा कुछ स्कूलों को पहुंचा ही नहीं और आशंका भी जताई जा रही है कि 20 अक्टूबर तक जब समग्र शिक्षा से संबंधित स्कूलों से यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट देने की समय अवधि रख दी गई है क्या तब तक भी यह राशि स्कूलों तक पहुंच पाएगी।

ये उठे सवाल
अब सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर इतनी जल्दबाजी क्यों है जिसमें स्कूलों को पैसा देने के साथ उसके यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट इतनी कम अवधि में मांगे गए हैं। प्रवक्ता संघ सिरमौर ने ये मामला प्रदेश सरकार के समक्ष उठाया है।
संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर का कहना है कि
विद्यालयों के लिय विभिन्न मदो मे प्रदान की जा रही अनुदान अथवा बजट की धन राशि उचित समय पर जारी की जाये ताकी सरकारी पेसे का सदुपयोग सम्पुर्ण औपचारिकता एवं सामान की गुणवत्ता को जांच की जा सके तथा धन राशि जारी होने एवं उसके उपयोगिता प्रमाणपत्र (
यूटिलाईजेशन सर्टिफिकेट) देने की समय अवधि में कुछ ऐसा अंतराल रखा जाए, जिसमें बजट खर्च भी सही तरह हो जाए और इसका लाभ स्कूली बच्चों को समय पर मिले। इस तरह के आदेशों से जारी की गई राशि सही तरह इस्तेमाल नहीं हो पाती है और इसका खामियाजा स्कूलों के साथ-साथ प्रदेश सरकार को भी भुगतना पड़ सकता है।



