
यह बजट पूर्णतया निराशा से भरा और विजन से कोसों दूर है।हिमाचल के बजट में किसी भी वर्ग को कुछ नहीं मिला। दस गारंटियों की तरह खोखला बजट पेश किया गया है ।सरकार को बजट में केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में बताना चाहिए था। सरकार ने केंद्र की योजनाओं को अपना नाम देने की कोशिश की है।
ग्रीन हिमाचल को लेकर सरकार के बजट में शोर ज्यादा था, परंतु इसके लिए धन का क्या प्रावधान किया गया इसका कहीं कोई उल्लेख नहीं किया गया ।उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण योजनाओं के का जिक्र ही नहीं किया गया जैसे गृहिणी सुविधा योजना, शगुन योजना, सहारा योजना, हिम केयर योजना और मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना इन महत्वपूर्ण योजनाओं जिससे जनता का उद्धार होता है उसके बारे में इस बजट में कुछ भी नहीं कहा गया इसका मतलब इस बजट में इन योजनाओं के लिए प्रावधान नहीं किया गया।दिशाहीन बजट जनता तो गुमराह करने के लिए पेश किया गया है ।



