दुधारू गायों के प्रबंधन और पोषण के बारे में बताया

मशोबरा समिति में आयोजित एक दिवसीय जोनल मीट का आयोजन किया गया जिसमें निदेशक पशु पालन विभाग डा प्रदीप शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की l सेमिनार में पैरावेट काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. सुनील चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । इस सेमिनार में जिला किन्नौर, सिरमौर, सोलन, शिमला के पैरावेट साथियों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि डॉ प्रदीप शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि सभी पैरावेट अपना पंजीकरण तथा नवीनीकरण समय रहते करवाएं l उन्होंने विभाग की गतिविधियों को पशु पलकों के घर द्वार तक पहुंचाने में सहयोग करने के लिए धन्यवाद किया l
डॉ. नीरज मोहन उपनिदेशक पशु स्वास्थ्य तथा प्रजनन ने अपने स्वागत वक्तव्य में सभी उपस्थित अधिकारियों तथा कर्मचारियों का स्वागत किया l उपस्थित कर्मचारियों ने पैरावेट काउंसिल द्वारा आयोजित इस सेमिनार में विभिन्न जिलों से आए पैरावेट ने फील्ड में आ रही समस्याओं से अवगत करवाया।
इन समस्याओं को सुलझाने के लिए पैरावेट क्या कदम उठाएं इस बारे सेमिनार में उपस्थित विशेषज्ञों ने इस पर अपने विचार रखेl
डॉ. सुनील चौहान ने बताया कि काउंसिल आने वाले वर्ष में समय-समय पर कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाने जा रही है। इसके अलावा, पैरावेट काउंसिल की वेबसाइट बहुत जल्द बनाई जाएगी, जिससे रजिस्ट्रेशन, रिनिवल आदि की सुविधा ऑनलाइन मिल जाएगी।
सेमिनार में डॉ. मधुर गुप्ता वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी धामी ने नवजात बछड़े बछड़ीयों से ले कर गर्भित गायों एवं दुधारू गायों के प्रबंधन और पोषण के बारे में विस्तार से बताया और आग्रह किया कि सभी पैरा वेट्स फील्ड में पशु पालकों को दुधारू पशुओं के संतुलित आहार के बारे में जागरूक करें डॉ. तरुण ठाकुर ने कृत्रिम गर्भाधान के बारे में जानकारी दी। डॉ. हितेंद्र ग्रैक ने केंद्र और राज्य द्वारा पशु पालन विभाग में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया।
इस मौके पर पैरावेट काउंसिल सदस्य भरत शर्मा और जय किशन ठाकुर ने भी अपना वक्तव्य रखा और पशु पालन कर्मचारी महासंघ जिला शिमला का सफल आयोजन के लिए धन्यवाद किया इस मौके पर पैरावेट काउंसिल की सदस्य श्रीमती संधीरा टैगटा और विशाल सिंह भी उपस्थित रहे l
पशु पालन कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष जिला शिमला अध्यक्ष दिग्विजय ऑक्टा ने बताया कि यह सेमिनार सफल रहा, जिसमें चार जिलों के पैरावेट लाभान्वित हुए।


