शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने “परख सर्वेक्षण-2024” की तैयारियों की खुद कमान संभाली
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने खुद संभाली “परख सर्वे-24” तैयारियों की कमान, मॉक टेस्ट जांचने ग्रामीण क्षेत्र के खलग स्कूल पहुंचे*

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने खुद संभाली “परख सर्वे-24” तैयारियों की कमान, मॉक टेस्ट जांचने ग्रामीण क्षेत्र के खलग स्कूल पहुंचे*
*शिमला*
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने “परख सर्वेक्षण-2024” की तैयारियों की खुद कमान संभाली है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर परख सर्वेक्षण से पहले बुधवार को स्कूलों में कराए गए दूसरे मॉक टेस्ट जांचने के लिए लिए स्वयं फील्ड में उतरे। शिक्षा मंत्री ने शिमला ग्रामीण के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल खलग का औचक निरीक्षण किया। बच्चे मॉक टेस्ट किस तरह से परफॉर्मेंस रहे हैं, उन्होंने इसका जायजा लिया। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में स्कूली बच्चों की हौसला अफजाई की।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि परख सर्वेक्षण में हिमाचल का प्रदर्शन बेहतर हो, इसके लिए प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि इससे पहले साल 2021 कराए गए नेशनल अचीवमेंट सर्वे में हिमाचल का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। इस बार परख सर्वेक्षण में हिमाचल का प्रदर्शन बेहतर हो, इसको देखते हुए स्कूलों में बच्चों की निरंतर प्रैक्टिस कराई जा रही है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे परख सर्वेक्षण के लिए मिशन मोड पर काम करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि परख सर्वेक्षण की तैयारियों की जिम्मेदारी केवल प्राइमरी स्तर के शिक्षकों नहीं बल्कि स्कूल के लेक्चरर भी इसमें अपना सहयोग दें।
*परख सर्वेक्षण रिजल्ट शिक्षा विभाग की इमेज को दर्शाएगा*
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि परख सर्वेक्षण का रिजल्ट शिक्षा विभाग की पूरी इमेज को दर्शाएगा। ऐसे में इसके लिए स्कूलों में बच्चों की ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस कराई जानी चाहिए। शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से स्कूलों में इनरोलमेंट बढ़ाने के लिए भी आगे आने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल के सरकारी स्कूलों की आधारभूत सुविधाएं बेहतर है, जबकि इसके अनुरूप स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे रही है। शिक्षा में बजट का एक बड़ा हिस्सा शिक्षा की गुणवत्ता पर खर्च किया जा रहा है। उन्होंने शिक्षकों से समर्पण के साथ काम करने का आवाहन किया और कहा कि शिक्षकों में जितनी प्रतिबद्धता होगी, उसका उतना ही असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के साथ आसाम लर्निंग मॉडल को लेकर भी चर्चा की।
*मॉक टेस्ट का जायजा लेने पूरे हिमाचल में फील्ड में उतरे अधिकारी*
हिमाचल सरकार और खुद शिक्षा मंत्री परख सर्वेक्षण -24 को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। यही वजह है कि शिक्षा मंत्री के साथ ही समग्र और शिक्षा विभाग के अधिकारी आज प्रदेश में फील्ड में उतरे और स्कूलों में मॉक टेस्ट का जायजा लिया। समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने छोटा शिमला स्कूल, फागू के बन्नी स्कूल, कोटखाई स्कूल और ठियोग स्कूल में मॉक टेस्ट का निरीक्षण किया। इनके अलावा अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा संजीव सूद व हरीश शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक बाबूराम शर्मा और जिलों में तैनात शिक्षा अधिकारियों ने भी मॉक टेस्ट की निगरानी की।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल के स्कूलों में विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता का स्तर जांचने के लिए दिसंबर में परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-24 कराया जा रहा है। परख सर्वे के लिए बच्चों की प्रैक्टिस करने के साथ ही इनका मूल्यांकन करने के लिए स्कूलों में मॉक टेस्ट भी कराए जा रहे हैं। 10 सितंबर को कराए गए पहले टेस्ट के बाद आज कराए गए दूसरे मॉक टेस्ट को लेकर समग्र शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूलों को विशेष हिदायतें जारी की थीं। इसमें तीसरी व छठी के छात्रों का भाषा, गणित और द वर्ल्ड अराउंड अस (ईवीएस) और 9वीं कक्षा के भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों से संबंधित मॉक टेस्ट कराया गया। इसका रिजल्ट आने पर समग्र शिक्षा और शिक्षा विभाग मिलकर आगे की रणनीति तैयार करेगा जिससे कि पहले दो टेस्ट की खामियों को तीसरे मॉक टेस्ट के दौरान दूर किया किया जा सके।



