कर्नल संजय शांडिल ने डीजी एनसीसी की तरफ से आई हिदायतों के बारे में कैडेट्स को विस्तृत जानकारी दी
ऑल इंडिया गर्ल्स ट्रैकिंग एक्सपीडिशन: तीसरे दिन का विवरण**

**ऑल इंडिया गर्ल्स ट्रैकिंग एक्सपीडिशन: तीसरे दिन का विवरण**
ऑल इंडिया गर्ल्स ट्रैकिंग एक्सपीडिशन के तीसरे दिन का आयोजन उत्साहपूर्ण और ज्ञानवर्धक रहा। इस दिन कैडेट्स का ओपनिंग एड्रेस हुआ, जिसमें कैंप कमांडेंट कर्नल संजय शांडिल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कर्नल संजय शांडिल ने डीजी एनसीसी की तरफ से आई हिदायतों के बारे में कैडेट्स को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने ट्रैकिंग की गतिविधियों और ट्रैकिंग रूट्स के बारे में बुनियादी जानकारी प्रदान की, जिससे कैडेट्स को अपनी ट्रैकिंग यात्रा के लिए बेहतर तैयारी मिल सके। इसके साथ ही, कैडेट्स को इंटरनेशनल योगा डे पर होने वाले कार्यक्रम के बारे में भी अवगत कराया गया।
सुबह के समय, कर्नल संजय शांडिल ने कैडेट्स को हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम और शहीद स्मारक के लिए रवाना किया। कर्नल संजय शांडिल और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पूनम शांडिल ने भी कैडेट्स के साथ ट्रैकिंग की और क्रिकेट स्टेडियम से दिखाई दे रही बर्फ से ढकी धौलाधार की मनमोहक वादियों का आनंद लिया। सभी कैडेट्स ने क्रिकेट स्टेडियम में हो रहे मैच को भी देखा और शहीद स्मारक में शहीदों को नमन किया, साथ ही वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाया।
1 एचपी गर्ल्स बटालियन एनसीसी सोलन से 2 आईसी मेजर तरुणा, ट्रैक एडजुटेंट और मीडिया कोऑर्डिनेटर कैप्टेन डॉक्टर मोनिका शर्मा, और सूबेदार मेजर सुरेंद्र सिंह भी कैडेट्स के साथ इस ट्रैक के दौरान मौजूद रहे।
इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें पिछले हिम ट्रैक की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। पिछले कैंप के कैडेट्स ने कैंप की व्यवस्था की सराहना की। द्वितीय चरण में भाग ले रहे कैडेट्स को ट्रैकिंग रूट्स और आयोजित किए जाने वाले विभिन्न लेक्चर्स और अन्य कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की गई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया गया कि कैसे गवर्नमेंट कॉलेज धर्मशाला में कैडेट्स का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। साथ ही, कैंप के अंतर्गत हो रहे कार्यक्रमों, गतिविधियों, और अन्य जानकारी जैसे कि 24 घंटे के लिए गर्ल कैडेट्स की सुरक्षा हेतु महिला पुलिस कर्मचारी की नियुक्ति, 24/7 एम्बुलेंस की व्यवस्था, और जोनल हॉस्पिटल धर्मशाला से एक डॉक्टर की नियुक्ति के बारे में भी बताया गया।
इस प्रकार, तीसरे दिन का आयोजन न केवल सफल रहा, बल्कि कैडेट्स के लिए एक यादगार अनुभव भी साबित हुआ, जिसमें कर्नल संजय शांडिल का मार्गदर्शन और नेतृत्व प्रमुख रहा।


