EXCLUSIVE: मैडम जी…मैं आगे पढ़ना चाहता हूँ
माँ की मौत के बाद छोड़ दी पढ़ाई, चौदह वर्ष का ऋतिक बहन के पास कर रहा था पढ़ाई लेकिन वहाँ होती थी पिटाई

कालीबाड़ी मंदिर के पास वेटिंग मशीन से दो पैसे कमा रहा रित्विक
कोरोना में माँ की मौत हो गई। माँ ने जहाँ बड़ी बहन के पास पढ़ने के लिए भेजा था। वहाँ पर बहन का पति बहुत मारता था ।जिसके कारण टूटू के रहने वाले चौदह वर्ष का रित्विक आगे पढ़ नहीं पाया। वह आगे पढ़ना चाहता है। 
असर न्यूज़ ने इस बाबत रित्विक और उसके  भाई  से बात की। भाई ने कहा कि रित्विक को पढ़ने का शौक़ तो है लेकिन घर की परिस्थिति एसी है की वह उसे सही तरह नहीं पढ़ा पा रहे है। रित्विक का कहना है की ग़रीबी के कारण माँ ने उसे अपनी बड़ी बेटी के पास पढ़ने भेज दिया था। 
 लेकिन जीजा उसे हमेशा मारता था और बहन से झगड़ा करता था।जब माता मर गई तो उसे घर भेज दिया। असर न्यूज़ से बातचीत में बच्चे ने बताया कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहता है पर उसके पास साधन नहीं है।अब परिवार कहता है कि कुछ काम कर ले।
लेकिन जीजा उसे हमेशा मारता था और बहन से झगड़ा करता था।जब माता मर गई तो उसे घर भेज दिया। असर न्यूज़ से बातचीत में बच्चे ने बताया कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहता है पर उसके पास साधन नहीं है।अब परिवार कहता है कि कुछ काम कर ले।
बॉक्स
अपनी पुरानी किताबों को हमेशा टटोलता रहता है रित्विक
काली बाड़ी मंदिर के बाहर रित्विक और उसका भाई रोहित वेटिंग मशीन लगाय दिखते है। रितिक को उसकी पुरानी किताबों को टटोलते देखा जा सकता है भाई का कहना है कि वह मज़दूरी भी करता है वह भी 10वीं पास है  वह भी चाहता है कि उसका भाई आगे की पढ़ाई करे।उसका पिता भी वेटिंग मशीन लगाता है
समग्र शिक्षा और शिक्षा विभाग दे ध्यान
ऐसे ग़रीब बच्चे जो पढ़ना तो चाहते हैं और किसी मजबूरी के कारण नहीं पढ़ पाते हैं इसे लेकर शिक्षा विभाग और समग्र शिक्षा को भी विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे बच्चे यदि शिक्षित न हो पाए तो हमारी शिक्षा के क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम पर ढेरों सवाल खड़े होते हैं। 
 
					 
							
													

