EXCLUSIVE: विशेष श्रेणी की दवाएं तो रख रहे, पर नहीं दे रहे प्रभावितों को
प्रभावितों को आ रही दिक्कतें, नशा निवारण केंद्रों में निशुल्क दवाएं मिलने में परेशानी

विशेष श्रेणी दवा : भाग 2
अलर्ट : दवा निरीक्षकों ने कहा, दवा होने के बावजूद दवा नहीं देने वाले पर भी होगी कार्रवाई
खासतौर पर नशा छोड़ने के लिए डॉक्टर द्वारा पर्ची पर लिखी गई दवाएं प्रभावितों को नहीं मिल पा रही है। प्रभावितों का कहना है कि कई दवा दुकानदार उनसे बेहद ही दुर्व्यवहार करते है। उनका कहना है कि शायद वह नियम कानून से डर कर ऐसा करते है। या कोई रििकॉर्ड सही तरह नहीं रखना नही चाहता।या कोई और
कारण रहता होगा लेकिन कई प्रभावितों को दवाएं लेने में बड़ी दिक्कत आ रही है।
ये भी समस्या
यह भी समस्या सामने आ रही है कि नशा निवारण केंद्र में भी विशेष श्रेणी की दवाएं नहीं मिल पा रही हैं ।कई जगह कुछ निशुल्क दवाई मिल जाती है लेकिन कई बार प्रभावितों को दवा विक्रेताओं के पास दवाई लेने के लिए भेज दिया जाता है। अक्सर यह भी देखा जा रहा है कि पर्ची पर लिखी अन्य सामान्य लिखी दवाएं संबंधित क्लीनिक या अस्पताल के साथ लगती दुकानों में दे दी जाती है लेकिन जिन जिन दवाओं का रिकॉर्ड रखना होता है उन दवाओं को प्रभावितों को नहीं दिया जा रहा है जो दवाएं एक विशेष श्रेणी के तहत आती है।

इस बारे में असर न्यूज़ ने दवा निरीक्षक सुरेश चौहान से बात की। उन्होंने कहा कि कई जगह से ऐसी परेशानी पेश आ रही है। ये साफ तौर पर निर्देश दिए गए है कि
यदि कोई दवा विक्रेता विशेष श्रेणी की दवा रखने के बावजूद उसे प्रभावित को नहीं देता है। उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। दवा निरीक्षक का कहना है कि नशा छोड़ रहे प्रभावितों की मदद करना भी नियम और कानून के तहत है यदि कोई दवा विक्रेता ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। दवा विक्रेता रिकॉर्ड के साथ डॉक्टर की लिखी गई पर्ची के रिकॉर्ड की जानकारी रखने के साथ इस दवा को प्रभावित को दे सकता है। ऐसा करने से वह नशा छोड़ रहे प्रभावित की भी पूर्ण मदद कर पाएगा लेकिन आवश्यक है कि उसका रिकॉर्ड वह नियम और कानून के तहत पूरी तरह सजग रखें।



