ख़ास ख़बर: आओ मिलकर इक्कठा करें ई. कचरा
मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर 'ई-कचरा संग्रह अभियान का हुआ उद्घाटन

जिम्मेदार ई-कचरा निपटान और वैज्ञानिक रीसाइक्लिंग की महत्वपूर्ण आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भारत में सर्कलर अर्थव्यवस्था को सक्षम करने के लिए प्रतिबद्ध संगठन मैसर्स करो संभव के सहयोग से हिमालय में 3 से 5 फरवरी 2024 तक और सोलन में 6 से 8 फरवरी 2024 तक जागरूकता-सह-संग्रह अभियान की शुरुआत कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री संजय गुप्ता (आईएएस) ने 3 फरवरी 2023 को न्यू शिमला स्थित बोर्ड के मुख्यालय में एक मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर ‘ई-कचरा संग्रह अभियान का उद्घाटन किया। मोबाइल वैन शिमला में घूमेगी और नीचे दी गई तालिका में सूचीबद्ध विभिन्न स्थानों से ई-कचरा एकत्र करेगी।
मेगा कलेक्शन ड्राइव रुट योजना शिमला
दिनांकित मार्ग योजना
दिन_ 1 03-02-2024 राज्य बोर्ड कार्यालय से न्यू शिमला, कसम्पटी, पंथाघाटी तक
दिन _2 04-02-2024 संजौली, ढली, छोटा शिमला, नवबहार, खलीनी, कनलोग, टूटी कंडी
Day _3 05-02-2024 टोटू, समरहिल, बालगंज, जतोग।
मैगा कलेक्शन ड्राइव रूट योजना सोलन
स्ट योजनानगर निगम कार्यालय, सोलन से चंबाघाट, कंडाघाट, कोटलानाला, रबोन और देवनघाट तक
दिन _3 08-02-2024
धर्मपुर, कुमारहट्टी
दाड़लाघाट, अर्को, कनिहार
दिनांकित
दिन _1 06-02-2024
दिन -2 07-02-2024
श्री संजय गुप्ता ने अनुचित ई-कचरा निपटान के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने मे मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और उनसे राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अभियान में सक्रिय रूप से शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने इस महत्वपूर्ण पहल के प्रभाव को बढ़ाने, उनके सहयोग के लिए मेसर्स करो संभव को धन्यवाद दिया।
ई-कचरा, वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती अपशिष्ट धाराओं में से एक है, जो एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय खतरा की चुनौतियों को प्रस्तुत करता है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग में वृद्धि सीधे तौर पर ई-कचरा उत्पादन में वृद्धि से संबंधित है। इस अपशिष्ट श्रेणी में उसके जीवन चक्र के अंत में कोई भी इलेक्ट्रॉनिक या इलेक्ट्रिक उपकरण शामिल होता है। सौसा, कैडमियम, पारा और ब्रोमिनेटेड फ्लेम रिटाउँट सहित इसके अंदर मौजूद खतरनाक सामग्री, यदि औपचारिक पैनली के माध्यम से निपटान नहीं किया जाता है या वैज्ञानिक रूप से पुनर्नवीनीकरण नहीं किया जाता है, तो पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव श्री अनिल जोशी (आईएफएस) ने पर्यावरण की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयास पर जोर देते हुए शिमला और सोलन के नागरिकों से अनुरोध किया कि वे अपना ई-कचरा मोबाइल वैन में जमा करके या दान करके इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग है। एकत्रित ई- कचरे को सुरक्षित और वैज्ञानिक निपटान और पुनर्चक्रण के लिए अधिकृत पुनर्चक्रण-कर्ताओं को निर्देशित किया जाएगा। इस अभियान में भागीदारी ई-कचरे के जिम्मेदार प्रबंधन में योगदान देती है, जो हमारे नागरिकों के स्थायी अविष्य की दिशा में एक आवश्यक कदम है।
उद्घाटन में उल्लेखनीय उपस्थित लोगों में राज्य बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी जैसे डॉ. मनोज चौहान- मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी, श्रीमती अनुराधा शर्मा संयुक्त, नियंत्रक, श्री चंदन सिंह पर्यावरण अभियंता, श्री विनोद गौतम सहायक नियंत्रक, श्री. शशि शेखर वैज्ञानिक अधिकारी, और मेसर्स कारी संभव के प्रतिनिधि श्री जितेंद भारद्वाज, ई-कचरा विशेषज्ञ और सुश्री श्रीप्रिया श्रीधरन, प्रबंधक रणनीतिक गठबंधन व भागीदारी मौजूद रहे।


