ख़ास ख़बर: एक भारत ,श्रेष्ठ भारत ” शैक्षणिक भ्रमण पर जुगाड़बाजी भारी

केंद्र सरकार की पहल पर चलाए जा रहे “एक भारत, श्रेष्ठ भारत ” कार्यक्रम के तहत हिमाचल प्रदेश से शैक्षणिक मेरिट, राष्ट्रीय सेवा योजना अथवा राष्ट्रीय कैडेट कोर में बहत्तर प्रदर्शन करने वाली 85 छात्राओं तथा 36 छात्रों का चयन केरल राज्य में शैक्षणिक भ्रमण के लिए हुआ हे ।
जिसमे जिला सिरमौर की 15 छात्राएं तथा 3 छात्र है। हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने इस विषय पर कुछ बिंदुओं पर अपने सुझाव तथा अपत्तिया जिला परियोजना अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम समन्वयक के ध्यान में लाए परंतु उन्होंने स्पष्ट किया कि उक्त कार्यक्रम का सम्पूर्ण आयोजन राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय से हो रहा है अतः प्रवक्ता संघ ने परियोजना निदेशक को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि यद्यपि अन्य अभी संबंधित जिलों से विद्यार्थियों को चंडीगढ़ तक जाने के लिए विशेष बसों की व्यवस्था की गई है तथापि जिला सिरमौर के दूर दराज के क्षेत्रों के विद्यार्थियों को अभिभावकों के खर्च तथा सोलन तक सुरक्षित पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं और सोलन से बस के देर शाम जाने की संभावना है फलस्वरूप बच्चों के अभिभावकों को निश्चित रूप से बच्चों को छोड़ने तथा वापिस लाने के लिए दो- दो दिनों को अपने खर्च पर ही सोलन ठहरना पड़ेगा जिसका अतिरिक्त बोझ अभिभावकों को सहन करना है ।
प्रवक्ता संघ ने मांग की कि राज्य सरकार द्वारा विद्यार्थियों को घर से ले जाने तथा घर तक वापिस लाने का सम्पूर्ण खर्च विभाग द्वारा वहन किया जाना चाहिए जैसा खेल कूद सहित अन्य सभी गतिविधियों में होता है तथा सिरमौर से अन्य जिलों की भांति एक विशेष बस का प्रावधान दिल्ली अथवा चंडीगढ़ तक होना चाहिए।
प्रवक्ता संघ ने सरकारी नियमो का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी सरकारी गतिविधि में भाग लेने वाली छात्राओं के साथ महिला शिक्षिका का होना अत्यंत अनिवार्य हैं जबकि जिला सिरमौर से 80% से अधिक छात्राएं इस कार्यक्रम में भाग ले रही हैं और आश्चर्य है कि एक भी महिला शिक्षिका को जिला से नही भेजा जा रहा है।
प्रवक्ता संघ जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र पुंडीर ने इस गतिविधि में एक भी प्रवक्ता को न भेजे जाने पर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि जिला सिरमौर से जाने वाले शत प्रतिशत विद्यार्थी 10+1 तथा 10+2 कक्षाओं के है जिनका शिक्षण तथा प्रशिक्षण कार्य प्रवक्ताओं द्वारा किया जाता है अतः इस भ्रमण हेतु प्रवक्ताओं को निश्चित रूप से लिया जाना चाहिए था तथा गुणवत्ता वा वरीयता को नजरंदाज कर जुगड़वाजी की इस व्यवस्था को जड़ से मुक्त किया जाना चाहिए। संघ जिलाहासचिव डॉक्टर आई डी रही ने कहा कि प्रवक्ता संघ चाहता है कि विद्यार्थियों के साथ उन्ही विद्यालय के प्रवक्ताओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए जिन विद्यालयों से विद्यार्थियों का चयन इस कार्यक्रम हेतु हुआ हे। अत प्रवक्ता संघ ने राज्य निदेशक से तुरंत इस विषय में हस्तक्षेप करने तथा वरीयता एवम् गुणवता को दरकिनार कर इस प्रकार की जुगाड़वाजी को बढ़ावा देने वाले राज्य परियोजना निदेशालय में प्रतिनियुक्ति कर्मचारियों की नियुक्ति को तुरंत रद्द करने का निवेदन किया है।
प्रवक्ता संघ के निवर्तमान राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेन्द्र नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा, कोषाध्यक्ष विजय वर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश नेगी तथा पूर्व महासचिव संजय शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य संध्या चौहान, रमा शर्मा आदि ने आशंका व्यक्त की कि यदि इस प्रकार की प्रणाली पर समय से अंकुश न लगाया गया तो राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण हेतु भेजे जाने वाले शिक्षको को सूचियों में भी यही जुगाड़वाजी हावी हो जाएगी।




