खास खबर : LDR प्रक्रिया के तहत दिया जाने वाला 20 प्रतिशत कोटा ही नहीं दिया

हिमाचल प्रदेश सीमित सीधी भर्ती कर्मचारी संगठन (LDR)की शिमला में एक राज्यस्तरीय बैठक प्रदेशाध्यक्ष एल0ड़ी0 चौहान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, बैठक में प्रदेश के 10 जिलों से पदाधिकारी पधारे थे ।
सभी जिलों से पधारे कर्मियों ने मांग रखी कि प्रदेश के हर विभाग में आज लिपिक की जगह JOA की भर्ती हो रही है जिसमे की LDR प्रक्रिया के तहत दिया जाने वाला 20 प्रतिशत कोटा नही दिया गया जो कि निराशाजनक बात है, वर्ष 2010 में सरकार ने लिपिक पदोन्नति हेतु 20 प्रतिशत कोटा सीमित सीधी भर्ती के माध्यम से उन चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को दिया था जो बाहरवीं कक्षा उतीर्ण हो। इस प्रक्रिया के माध्यम से हर विभाग में हजारों की संख्या में लिपिक पदोन्नत हुए है । लेकिन वर्तमान में सरकार लिपिक के पदों को JOA में कन्वर्ट कर रही है, जिससे कि विभागीय अभ्यर्थियों को 20 प्रतिशत कोटा नही मिल पा रहा है । प्रदेशाध्यक्ष एल0 ड़ी0 चौहान ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जिस तरह लिपिक की भर्ती हेतु 20 प्रतिशत LDR से कोटा निर्धारित था उसी तर्ज पर JOA के पद हेतु भी 20 प्रतिशत कोटा विभागीय LDR से दिया जाए, क्यूंकि JOA के पद लिपिकों के पदों को खत्म करके बदले गए जिसमे की कोटा निर्धारित था।
संगठन की बैठक में नई कार्यकारिणी का चुनाव भी किया गया , जिसमे अध्यक्ष पद हेतु एल0डी0 चौहान पर ही सहमति बनी व महासचिव विकास शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तपेन्द्र ठाकुर, कोषाध्यक्ष अक्षय शर्मा, महिला प्रभारी आशा र।ण्टा ,मुख्य सलाहकार अशोक शर्मा, सलाहकार रमेश ठाकुर, कानूनी सलाहकार गोपाल सिंह बनाये गए। इसी के साथ हर जिले से प्रभारी नियुक्त किये गए, शिमला से ठाकुर दास, निशा, मंडी से रमेश ठाकुर, कांगड़ा से राजेश, चम्बा से दीपक, बिलासपुर से जगदीश ठाकुर, सिरमौर से हरीश चौहान, सोलन से गोपाल सिंह नियुक्त किये गए ।
