असर विशेष : पोस्टमॉर्टम में मृतक में निकला सेप्टीसीमिया, वैक्सीन लगने के बाद महिला को क्यों हुआ पैरालाइसिस, सबसे बड़ी जांच में जुटा आईजीएमसी
असर न्यूज़ से खास बातचीत में क्या बोले पोस्टमार्टम टीम हेड डॉ राहुल गुप्ता

कोरोना वैक्सीन लगने के बाद आंगनवड़ी वर्कर की मौत का मामला काफी गरमा गया है इसे लेकर आज आईजीएमसी में उसका पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों की टीम के हेड डॉ राहुल से असर न्यूज़ ने खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि महिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर में सेप्टीसीमिया मिला है।सेप्टीसीमिया यानी कि शरीर में खून में फैलने वाला इंफेक्शन। फिलहाल उस महिला को पैरालाइसिस क्यों हुआ, इस पर अब आईजीएमसी जांच में जुट गया है। आज जो मृतक का पोस्टमॉर्टम हुआ उसमें डॉक्टर राहुल, डॉ पंकज, डॉ नेहा, डॉ ध्रुव , डॉ पंकज शामिल थे।
डॉ राहुल ने कहा कि लगभग 4 से 5 घंटे तक उसका पोस्टमार्टम चला और तमाम तरह के उसके टिशु जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं। जहां पर यह अंतिम तौर पर पता लग जाएगा कि आखिर उसकी मौत का कारण क्या रहा है। जिसमें यह भी मालूम लग जाएगा कि इस इसकी मौत कोरोना वैक्सीन से हुई है या नही।फिलहाल अभी आगामीी रिपोर्ट का इंतजार करना जरूरी हैै।
गौर हो कि आईजीएमसी इस तरह की जांच पहली मर्तबा ही कर रहा है जिसमें मरीज की मौत होने के बाद उसकी सही कारण का पता लगाने के लिए लगभग सभी तरह के पहलुओं पर गौर करने वाला है।
फिलहाल इस केस पर गौर करें तो
आईजीएमसी में हमीरपुर जिले की रहने वाली 56 साल की प्रोमिला देवी की मौत हो गई। महिला टीकाकरण के बाद से बीमार चल रही थी। उन्होंने डाक्टरों से चैकअप करवाया, जिसके बाद उन्हें हमीरपुर रैफर किया गया। तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के कारण उन्हें 6 फ़रवरी को टांडा मेडिकल कालेज रैफर कर दिया गया। 20 फरवरी को महिला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इसके चलते चिकित्सकों ने इसे आईजीएमसी रैफर कर दिया।रविवार को आईजीएमसी में महिला की मौत हो गई। हालांकि महिला की मौत का कारण साफ नहीं हुआ है बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की तबीयत खराब हुई उनकी मौत हो गई।
इसके कारण लोगों के मन में वैक्सीनेशन को लेकर कई सवाल पैदा हो गए जिन सवालों का जवाब देने के लिए आज आईजीएमसी में एक प्रेस वार्ता के जरिए एम एस डॉक्टर जनक ने भी बताया कि अभी तक हमारे पास जो उपलब्ध दस्तावेज हैं

उनके आधार पर इनकी मौत कोरोना वैक्सीनेशन के कारण नहीं हुई है बल्कि उन्हें एक बल्कि उन्हें एक “गुलियन बेरी सिंड्रोम” नामक रोग होने की संभावना जताई जा रही है। जिसकी जांच अभी की जा रही है। इस बीमारी के कारण शरीर में कमजोरी होने लगती है ,जब भी हाथों और पैरों में झुनझुनी होने लगती है। गुलियन बेरी सिंड्रोम यह एक स्वप्रतिरक्षित रोग हैं।
डॉक्टर ने बताया कि यह महिला वैक्सीन लगने के पहले भी कोरोना नेगेटिव थी,और ना ही वैक्सीन लगने के बाद भी इनमें कोई भी कोरोना से संबंधित लक्षण थे। डॉक्टर जनक ने कहा कि अंतिम फैसला तब बताया जाएगा ,जब जांच की फाइनल रिपोर्ट आएगी। फिलहाल अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इसकी मौत कोरोना वैक्सीन के कारण हुई है।


