जो बच्चे स्तनपान करते है उनका मस्तिष्क का विकास तेजी से होता है

विश्व स्तनपान सप्ताह, 2023 के अर्न्तगत जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं राजकीय कन्या महाविद्यालय लोंग वुड़ शिमला के संयुक्त तत्वावधान से एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजकीय कन्या महाविद्यालय की प्रधानाचार्य रूची रमेश ने मुख्य अतिथी के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।

सर्वप्रथम कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी शिमला श्रीमती ममता पॉल ने बताया कि स्तनपान बच्चांे को अनेक रोगों से बचाने, प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार साबित होता है। जो बच्चे स्तनपान करते है उनका मस्तिष्क का विकास तेजी से होता है। उन्होंने बताया कि माँ का दूध बच्चे में शारीरिक वृद्धि और विकास को सुुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके लिए एक समुचित संतुलित पोषण व आहार है। विश्व स्तनपान सप्ताह, 2023 का इस वर्ष का विषय – (स्तनपान को सक्षम बनानाः कामकाजी माता-पिता के लिए बदलाव लाना) है। इस विषय पर पुरे जिला शिमला की सभी बाल विकास परियोजनाओं में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं जिसके माध्यम से जन-जन तक स्तनपान करवाने के शिशु व माता को लाभ सम्बन्धित जानकारी पहुंचाई जा रही है।
इंदिरा गांधी मेड़िकल कॉलेज शिमला के सहायक प्रोफेसर (सामुदायक चिकित्सा) डॉ0 अमित सचदेवा ने सभी सभासदों को इश्टत्म शिशु आधार प्रथाओं पर और स्तनपान करवाने के बच्चे व माता को होने वाले लाभ की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केवल स्तनपान ही बच्चे के लिए सम्पूर्ण आहार होता है व मां का पहना पीला गाढ़ा दूध जन्म के एक घंटे के भीतर बच्चे को पिलाना अति आवश्यक होता है जो कि उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
इस कार्यक्रम में स्तनपान के महत्व को बताते हुए कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने विभिन्न गतिविधियां जैसे माईम, स्लोगन प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता व एक नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य श्रीमती रूची रमेश ने स्तनपान के महत्व को बताते हुए महाविद्यालय की छात्राओं को कहा कि भविष्य में वे भी मां बनेंगी तो उन्हें भी स्तनपान करवाने के फायदों की जानकारी होना बहुत आवश्यक है।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ0 ज्योति पाण्ड़े ने सभी अतिथियों का कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद किया। अंत में नुक्कड़ नाटक व माईम में भाग लेने वाली छात्राओं व स्लोगन प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरूस्कार प्रदान किये गए।




