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जानिए ,क्यों होता है ब्रेन स्ट्रॉक

ब्रेन स्ट्रोक के उपचार में नई क्रांति लाई मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी

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ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित 82 वर्षीय महिला का फोर्टिस मोहाली में मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी के. माध्यम से सफल इलाज

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फोर्टिस मोहाली एक 24×7 स्ट्रोक रेडी हॉस्पिटल है और मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी सेवा प्रदान करता है जो कुछ ब्रेन स्ट्रोक रोगियों के लिए उपचार की अवधि को 24 घंटे तक बढ़ा सकता है।

 

 

शिमला. जून 9. 2023 यदि समय पर जांच करवा ली जाए तो एक लक्ष्ण से बीमारी की असली स्थिति

 

 

का पता लग जाता है। ऐसे में उक्त लक्ष्ण दिमाग से जुड़ा हुआ हो तो थोड़ी से बरती लापरवाही से व्यक्ति ब्रेन स्ट्रोक (दिमाग का दौरा पड़ने के कारण एक जटिल दिमागी बीमारी की चपेट में आ सकता है। आज ब्रेन स्ट्रोक / अधरंग जैसे रोग संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए जाने माने इंटरनॅशनल न्यूरोरेडयोलॉजिस्ट डा. विवेक अग्रवाल जालंधर पहुंचे। उन्होंने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक (दिमागी दौरा पड़ने पर यदि मरीज को तुरंत ऐसे अस्पताल पहुंचाया जाए. जहां अनुभवी न्यूरोलॉजिस्ट व न्यूरो सर्जन हो तो मरीज जल्द स्वस्थ व अधरंग के असर को कम या खत्म किया जा सकता है। फोर्टिस अस्पताल मोहाली के न्यूरो इंटरवेंशन एंड इंटरनॅशनल रेडियोलॉजी विभाग के कस्लटेंट डा. विवेक अग्रवाल ने कहा कि न्यूरो से संबंधित बीमारियों के लक्ष्ण दिमागी हालत से जुड़े होते हैं, जिनमें भूल जाना.

 

चेतना की कमी. एक दम व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव जाना. क्रोधित होना व तनावग्रस्त आदि लक्षण

 

शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यदि न्यूरोलॉजी से संबंधित मरीज का इलाज नहीं करवाया जाता तो इसके

 

 

गंभीर परिणाम निकल सकते हैं।

 

डा. विवेक अग्रवाल ने बताया कि हाल ही में ब्रेन स्ट्रोक के बाद चार घंटे बाद बेहोशी की हालत में 82 वर्षीय बुजुर्ग मरीज उनके पास पहुंची उनके शरीर के बाएं हिस्से को लकवा हो गया था। चिकित्सा उपचार में यदि थोड़ी देर हो जाती तो वह महिला मरीज को घातक स्थिति में पहुंचा सकती थी मरीज के दिमाग के दाहिनी ओर अवरूद्ध हुई रक्त आपूर्ति को मैकेनिकल ओम्बेक्टोमी की मदद से आर्टरी से क्लाट को हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी को ब्रेन स्ट्रोक के रोगियों के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड माना जाता है. वहीं मरीज जब पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि दिमागी दौरा या लकवा मारने पर बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव

 

आने से गंभीर से गंभीर मरीज स्वस्थ हो रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि दिमागी दौरे (ब्रेन स्ट्रोका पडने पर मरीज को पूरी तरह से बचाया जा सकता है. बशर्ते उसे ऐसे अस्पताल पहुंचाया जाए. जहां एडवांस स्ट्रोक देखभाल की सुविधाएं उपलब्ध हों, क्योंकि दिमागी दौरे के दौरान मरीज के लिए हर सैकेंड मायने रखता है। उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल व्यापक स्ट्रोक सुविधाओं से लैस नहीं है, तो मरीज को ऐसे अस्पताल में पहुंचाना व्यर्थ या समय बर्बाद है। मरीज स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने के कारण औसतन स्ट्रोक में हर मिनट 19 मिलियन न्यूरॉन्स खो देता है. जो हमेशा अधरंग या मौत का कारण बनता है

दाहिनी ओर अवरूद्ध हुई रक्त आपूर्ति को मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी की मदद से आर्टरी से क्लाट को हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी को ब्रेन स्ट्रोक के रोगियों के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड माना जाता है, वहीं मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि दिमागी दौरा या लकवा मारने पर बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव आने से गंभीर से गंभीर मरीज स्वस्थ हो रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि दिमागी दौरे (ब्रेन स्ट्रोक) पडने पर मरीज को पूरी तरह से बचाया जा सकता है, बशर्ते उसे ऐसे अस्पताल पहुंचाया जाए, जहां एडवांस स्ट्रोक देखभाल की सुविधाएं उपलब्ध हों, क्योंकि दिमागी दौरे के दौरान मरीज के लिए हर सैकेंड मायने रखता है। उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल व्यापक स्ट्रोक सुविधाओं से लैस नहीं है, तो मरीज को ऐसे अस्पताल में पहुंचाना व्यर्थ या समय बर्बाद है। मरीज स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने के कारण औसतन स्ट्रोक में हर मिनट 1.9 मिलियन न्यूरॉन्स खो देता है, जो हमेशा अधरंग या मौत का कारण बनता है।

फोर्टिस हेल्थकेयर के बारे में

 

फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड-एक आईएचएच हेल्थकेयर बेरहाद कंपनी-भारत में एक अग्रणी एकीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है। यह 27 स्वास्थ्य सुविधाओं (विकासाधीन परियोजनाओं सहित), 4100 ऑपरेशनल बेड और 419 से अधिक डायग्नोस्टिक सेंटर (JVS सहित) के साथ देश के सबसे बड़े स्वास्थ्य सेवा संगठनों में से एक है। फोर्टिस भारत, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और श्रीलंका में मौजूद है। कंपनी बीएसई लिमिटेड और भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबद्ध है। यह वैश्विक प्रमुख और मूल कंपनी, IHH के साथ अपनी साझेदारी से शक्ति प्राप्त करता है, ताकि विश्व स्तरीय रोगी देखभाल और उत्कृष्ट नैदानिक उत्कृष्टता की अपनी संस्कृति का निर्माण किया जा सके। फोर्टिस में 23,000 लोग कार्यरत हैं (एसआरएल सहित) जो दुनिया का सबसे भरोसेमंद हेल्थकेयर नेटवर्क बनने के अपने दृष्टिकोण को साझा करते हैं। फोर्टिस क्लीनिकों से लेकर चतुर्धातुक देखभाल सुविधाओं और सहायक सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला तक एकीकृत स्वास्थ्य सेवाओं का एक पूरा स्पेक्ट्रम प्रदान करता है।

 

 

Deepika Sharma

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