हैरानी: विधुत बोर्ड में पुरानी पेंशन को लागू करने में क्यों की जा रही अनावश्यक देरी?
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ की प्रदेश पदाधिकारियों की एक ऑनलाइन बैठक में हुई चर्चा
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ की प्रदेश पदाधिकारियों की एक ऑनलाइन बैठक 23.05.2023 को हुई , जिसमे बोर्ड प्रबंधन द्वारा विधुत बोर्ड में पुरानी पेंशन को लागू करने में की जा रही अनावश्यक देरी पर चर्चा की गई । तकनीकी कर्मचारी संघ ने पहले इस विषय पर बोर्ड के प्रबंध निदेशक से वार्ता की थी, उन्होंने सर्विस कमिटी में इस विषय पर समाधान की बात कही थी परंतु सर्विस कमिटी ने इस पर चर्चा न करके कर्मचारियों को निराश किया है । इस बारे में संघ ने माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को पत्र के माध्यम से भी आग्रह किया गया था की विधुत बोर्ड प्रबंधन वर्ग को विधुत बोर्ड के सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने के आदेश जारी करे ।
संघ ने उसके उपरांत प्रेस के माध्यम से भी बोर्ड प्रबंधन को पुरानी पेंशन लागू न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी ।
तकनीकी कर्मचारी संघ की बैठक में फैसला लिया गया है की पुरानी पेंशन विधुत बोर्ड के सभी कर्मचारियों के हितों से जुड़ा एक साझा मुद्दा है इसलिए तकनीकी कर्मचारी संघ 25.05.2023 को पुरानी पेंशन बहाली हेतु कुमारहाउस में प्रस्तावित धरने का भरपूर समर्थन करती है और पूरे प्रदेश के विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी धरने में शामिल होंगे और इस बारे में सभी जिलों, यूनिटों , और कार्यसमिति के सदस्यों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए है ।
इसके साथ ही संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा ने कहा है की तकनीकी कर्मचारी संघ विद्युत बोर्ड के विघटन करने का विरोध करता है और करता रहेगा इसके साथ ही उन्होंने कहा है की अन्य संगठनों को ये भी ध्यान के रखना चाहिए कि 2010 में जब ये त्रिपक्षीय समझौता हुआ था, उसमे तकनीकी कर्मचारी संघ की अहम भूमिका रही है और आने वाले समय में भी विधुत प्रबंधन वर्ग अगर विधुत बोर्ड के विघटन की ओर बढ़ता है तो तकनीकी कर्मचारी संघ संघर्ष की ओर कदम बढ़ाएगा ।


