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शिमला में बिना स्थाई प्राचार्य चल रहे महाविद्यालय

छात्र संघ चुनाव जल्द से जल्द किए जाएं बहाल

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Aaअ.भा.वि.प. ने SDM के माध्यम से मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन

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आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला जिला के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर SDM शिमला के माध्यम से मुख्यमंत्री एव शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा ।

अ.भा.वि.प ने आज शैक्षणिक क्षेत्र की विभिन्न मांगों को लेकर एस.डी.एम. शिमला के माध्यम से हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा, इस अवसर पर शिमला जिला के जिला संयोजक समीर ठाकुर एवं शिमला महानगर के महानगर मंत्री अंकुश वर्मा उपस्थित रहे।

शिमला जिला संयोजक समीर ठाकुर ने कहा कि प्रदेश भर में शिक्षा में व्याप्त विभिन्न प्रकार की समस्याओं को लेकर विद्यार्थी परिषद ने आज के मध्य प्रदेश सरकार को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकारों ने प्रदेश में लंबे समय से छात्र संघ चुनाव पर बैनर लगाकर छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन किया है जिस कारण शिक्षा जगत में विभिन्न प्रकार की खामियां एवं समस्याएं उत्पन्न हो रही है वह दिन प्रतिदिन या समस्याएं और गंभीर होती रही है, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्थापित विभिन्न विश्वविद्यालयों में स्थाई कुलपति नहीं है, बहुत से विश्वविद्यालय अस्थाई कुलपतियों के माध्यम से चले हुए हैं । विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति का ना होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है इसी के साथ उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अपने ERP सिस्टम को लेकर चर्चित है विश्विद्यालय के ERP सिस्टम की खामियों के कारण प्रदेश में परीक्षा एव परिणाम स्थिति चरमराई हुई है जिस कारण प्रदेश के सभी विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में हो रहा है।

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वही शिमला महानगर के महानगर मंत्री अंकुश वर्मा जी ने कहा की शिमला शहर में बहुत से उत्कृष्ट महाविद्यालय हैं जिन महाविद्यालय में पूरे प्रदेश उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यार्थी आते हैं परंतु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिमला में वर्तमान समय में कोटशेरा महाविद्यालय को छोड़कर किसी भी महाविद्यालय में स्थाई प्राचार्य नहीं है फिर चाहे वह “उत्कृष्ट शिक्षा का केंद्र संजौली” महाविद्यालय हो या फिर “राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला” , राजकीय नेहरू संस्कृत महाविद्यालय फागली , राजकीय महाविद्यालय धामी, राजकीय महाविद्यालय चायल कोटि, राजकीय महाविद्यालय सुन्नी इन किसी भी महाविद्यालय में स्थाई प्राचार्य नहीं है जिस कारण इन सभी महाविद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं का अंबार लगा हुआ है।

अतः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला प्रदेश सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द सभी मांगों का समाधान करके इनकी पूर्ति की जाए अन्यथा हिमाचल प्रदेश में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समस्त छात्र समुदाय को उनके अभिभावकों के साथ लामबंद करते हुए प्रदेश भर में आंदोलन का रूख अपनाएगी

Deepika Sharma

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