जवाहरलाल नेहरू राजकीय ललित कला महाविद्यालय हुआ चित्रकला से रंगीन

आज जवाहरलाल नेहरू राजकीय ललित कला महाविद्यालय चौड़ा मैदान शिमला के चित्रकला विभाग द्वारा वर्चुअल माध्यम से दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। यह कार्यशाला प्राचार्या डॉ मीना शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित की जा रही है। कार्यशाला की संयोजक, चित्रकला विभाग की सह आचार्य डॉ अंजना भारद्वाज ने प्रारंभ में सभी का अभिनंदन किया। इस अवसर पर चित्रकला के विषय पर प्रकाश डालते हुए प्राचार्या डॉ मीना शर्मा ने कहा कि कला भावनाओं और कल्पनाओं की अभिव्यक्ति होती है जिसे कलाकार अपनी कला के माध्यम से प्रस्तुत करता है और इसी कला के माध्यम से समाज में जागृति उत्पन्न करता है। कार्यशाला के प्रथम सत्र में केरला के जाने-माने कलाकार व कला शिक्षक टी.आर.राजेश मुख्य बीज वक्ता की भूमिका में रहे जिनका संयोजक सचिव डॉ.लाल चंद द्वारा सभी से परिचय करवाया गया। टी.आर. राजेश द्वारा विभिन्न कलाकृतियों को प्रदर्शित कर उनमें किए गए कार्य के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने बहुत ही सराहनीय ढंग से एक व्यक्ति की आकृति बनाकर प्रदर्शित की। द्वितीय सत्र के संसाधक व्यक्ति श्री प्रवीण कुमार रहे जो कि इसी महाविद्यालय के पूर्व छात्र हैं तथा हाल ही में उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से ललित कला में स्नातकोत्तर की उपाधि अर्जित की है। प्रवीण कुमार के चित्रकला में किए गए कार्यों में हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को बहुत ही अच्छे ढंग से दर्शाया है जिनके चित्रों का सत्र में प्रदर्शन किया गया तथा इस अवसर पर बहुत सुंदर चित्रकला बनाकर प्रदर्शित की गई। तीसरे सत्र की संसाधक व्यक्ति की भूमिका कुमारी प्रिया गुप्ता ने निभाई जो कि ललित कला महाविद्यालय की ही विद्यार्थी रही हैं। इन्होंने पहाड़ी लघु चित्रकारी में अपनी बनाई हुई चित्रकारियां प्रदर्शित की तथा एक चित्रकला बनाकर प्रदर्शित की। कार्यशाला में लगभग 60 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। सभी सत्र प्रतिभागियों के लिए बहुत ही ज्ञानवर्धक रहे। इस अवसर पर डॉ गोपाल कृष्ण, डॉ आईरीन रतन, सुदर्शन जोशी, डॉ सुनील गौतम, डॉ पूजा कश्यप, श्रीमती निर्मला भंडारी, राहुल रिठवान, संजय कुमार तथा तारा चंद उपस्थित रहे। मंच संचालन कार्य डॉ आशा शर्मा एवं श्री पवन कुमार द्वारा किया गया।
