खास खबर: पांगी घाटी के लोगों को वाया साच पास आवाजाही करने के लिए करना पड़ सकता है लंबा इंतजार

पांगी घाटी के लोगों को इस बार वाया साच पास आवाजाही करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
स्थनीय निवासियों का कहना है कि हरेक वर्ष साच पास को बहाल करने का कार्य मार्च माह में शुरू कर दिया जाता था। लेकिन इस बार लोक निर्माण विभाग ने साच पास की बहाली का कार्य अप्रैल माह में शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके चलते मार्ग को बहाल होने में अधिक समय लग सकता है। विभाग की इस लेटलतीफी की वजह से पांगी वासी काफी परेशान हैं। क्योंकि वाया साच पास जिला मुख्यालय के आवाजाही करने के लिए पांगी वासियों को मात्र 172 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। जबकि मौजूदा समय में वाया जम्मू कश्मीर आवाजाही करने के लिए उन्हें 700 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी बीमार और बुजुर्ग लोगों को उठानी पड़ती है। इतनी लंबी यात्रा वाहनों में तय करना उनके लिए काफी दिक्कत भरा रहता है।
मई माह में हरेक वर्ष साच पास को खोलने का लक्ष्य लोक निर्माण विभाग की तरफ से रखा जाता है। लेकिन इस बार जून माह में इसे खोलने का लक्ष्य विभाग ने तय किया है। ऐसे में पांगी वासियों को वाया साच पास आवाजाही करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। कार्यकारी अधिशासी अभियंता मंडल पांगी मोहिंद्र ठाकुर एक अप्रैल को साच पास को बहाल करने का कार्य शुरू किया जाएगा। जून माह के पहले सप्ताह में साच पास को बहाल करने का लक्ष्य विभाग ने रखा है। उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि मार्ग को जल्द बहाल करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि हर समय मार्च 15 को साचपास बाहली का कार्य किया जाता था। लेकिन उसमें विभाग को सड़क बाहल करने में काफी परेशानी पेश आती थी। उन्होंने बताया कि विभाग की टीम को शाम से साच-पास दर्रे से वापिस में काफी दिक्कतें पेश आती थी। जगह-जगह हिमखंड गिरने के कारण हमेशा खत्तरा बना रहता था। जिस कारण इस वर्ष देरी से साच-पास खोलने का निर्णय लिया गया है।



