अलर्ट : 3 वर्षों में हिमाचल प्रदेश में 6551 यातायात दुर्घटनाएं हुई
10 थानों क के जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी पुलिस महानिदेशक संजय कुंडु द्वारा पत्र लिखकर निर्देश : रहे सतर्क

पिछले कई दशकों से भारतवर्ष में रोड की संरचना कई गुना बढ़ी है और वाहनों की संख्या में भी हर वर्ष 11% वृद्धि होती है। भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अन्य राजमार्गों को अत्याधुनिक इंजीनियरिंग मापदंडों से तैयार किया जा रहा है, एवं ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग को आधुनिक तकनीक से तैयार किया जा रहा है इसके बावजूद भी यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिमाचल प्रदेश एवं भारतवर्ष में हर वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में संकल्प पत्र में घोषणा की है कि वैश्विक सड़क सुरक्षा में सुधार को अपनाया जाए जिसमें सड़क सुरक्षा दशक 2030 तक सड़क सुरक्षा व मौतों में 50% कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस इस संकल्प को परिपूर्ण करने के लिए कृत संकल्प है। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडु द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में संकल्प पत्र में घोषणा के लक्ष्य को परिपूरण करने के लिए अथक प्रयास करे। पुलिस मुख्यालय मे उच्च अधिकारियों द्वारा निरंतर यातायात दुर्घटना के आंकड़ों पर मंथन किया जाता है तथा इसका विस्तृत विश्लेषण किया जाता है। वर्ष 2020, 2021 व 2022 के 3 वर्षीय यातायात दुर्घटनाओं का विश्लेषण ट्रेफिक टूरिस्ट एवं रेलवे विभाग द्वारा किया गया जो पाया गया कि इन 3 वर्षों में हिमाचल प्रदेश में 6551 यातायात दुर्घटनाएं हुई जिसमें से 1425 दुर्घटनाएं 10 पुलिस थानों के अंतर्गत हुई है, जोकि कुल दुर्घटनाओं का 21.75 प्रतिशत है। यह थाने हैं सदर उन्ना-193, नालागढ़ -173, कुल्लू -154, अंब-141, बद्दी-139, पांवटा साहिब-135, बलह-131, नूरपुर-125, सदर बिलासपुर-125 तथा ठियोग-114 यातायात दुर्घटनाए हुई है। इन पुलिस थानों में प्रदेश में हुई कुल मौतों की 20.69% मौतें हुई है जिनकी संख्या 562 हैं, जिनमें सदर उन्ना-99,नालागढ़-83, बद्दी -83 अंब -53, कुल्लू-53, नूरपुर-50 ठियोग-44, बलह-40, पांवटा साहिब-36, सदर बिलासपुर-21 है। इन 10 थानों के अंतर्गत हुई दुर्घटनाओ मे कुल घायल हुए लोगों की संख्या 1947 है जो प्रदेश में कुल दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों का 19.79 प्रतिशत है।
इन उपरोक्त 10 थानों के के जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी पुलिस महानिदेशक संजय कुंडु द्वारा पत्र लिखकर निर्देश दिए गए हैं कि इस संदर्भ मे सभी हितधारकों के साथ मिलकर प्रभावी कदम उठा कर एक उपयोगी योजना तैयार करके यातायात दुर्घटनाओ मे कमी लाने का प्रयास करें।


