शिमला यह कैसी स्मार्ट सिटी बनी है जिसमें यात्रियों को बैठने की सुविधा भी सही तरीके से प्रशासन उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है ।ऐसी ही बदतर स्थिति शिमला के पुराने बस अड्डे में देखने को मिलती है। जहां पर यात्रियों को बैठने की सभी कुर्सियां टूट गई है और उसे काफी समय से ठीक भी नहीं कराया गया है। पुराने बस अड्डे पर प्रतिदिन हजारों यात्री अपनी बस का इंतजार करते हैं जिसमें मरीज ,बुजुर्ग, बच्चे शामिल होते हैं लेकिन यहां पर बैठने की बिल्कुल भी सुविधा नहीं है
बस स्टॉप एक ऐसा स्थान है जहां यात्रियों के बस में चढ़ने और उतरने के लिए बसें रुकती हैं ।
शिमला के ओल्ड बसटैंड में जहाँ पर शल्टर पे कुर्सिया टूटी हुई है और यात्रियों को अपने समान के साथ खड़े रहने में अनेको कठनाईयो का सामना करना पढ़ रहा है सामान्य लोग तो जैसे तेसै खड़े रह भी सकते है पर बच्चे और ब्जुर्गो से खड़े रह पाना आसान बात नही है
असर न्यूज के साथ
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