एपीजी यूनिवर्सिटी ने मनाया राष्ट्रीय संविधान दिवस

एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में विधि विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संविधान दिवस के अवसर पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (एसएलएसए) के सदस्य सचिव प्रेम पाल रांटा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
प्रेम पॉल रांटा ने छात्रों से लोगों में कानूनी जागरूकता पैदा करने की अपील की और छात्रों को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ( एसएलएसए) में पैरा लीगल वालंटियर के रूप में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। प्रेम पाल रांटा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें वर्षों से न्यायपालिका में अवसरों और विकास के बारे में मार्गदर्शन किया। उन्होंने छात्रों को संविधान के मूल सिद्धांतों के बारे में बताया और कहा कि कानून के छात्र भारतीय संविधान की प्रस्तावना के पथ प्रदर्शक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (एसएलएसए) विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कानूनी सहायता को बढ़ावा देने के लिए शिविर और जागरूकता गतिविधियों का आयोजन करेगा और स्वयंसेवी छात्रों को उनके योगदान के लिए वजीफा का भुगतान किया जाएगा। रांटा ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए प्रदान की जा रही कानूनी सहायता के बारे में भी छात्र-छात्राओं को बताया।।
प्रेम पॉल रांटा ने अपने वक्तव्य में संविधान निर्माण की प्रक्रिया, संविधान की विशिष्टता तथा उसकी सामयिक परिप्रेक्ष्य में विस्तार की बात कही। रांटा ने कहा कि भारतीय संविधान को संपूर्ण विश्व के संविधान से विशिष्ट बताते हुए भारतीय संस्कृति परंपरा और आकांक्षाओं को आइना बताया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभागार में विधि की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं , अन्य संकायों के छात्र, शिक्षकगण, विभागाध्यक्ष व डीन, कुलसचिव उपस्थित थे।
प्रेम पॉल रांटा ने इस मौके पर बताया कि विधि के छात्रों की यह निष्ठा होनी चाहिए कि हम संविधान को पढ़ेंगे एवं संवैधानिक दर्शन को अपने जीवन में समाहित कर समाज में न्याय के प्रति विश्वास जगाएंगे। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करेत हुए कहा कि भारतीय संविधान हमारे देश की आत्मा व प्रहरी है। इसमें प्रजातंत्र के मूल स्त्रोत निहित है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कुलपति प्रो. डॉ. रमेश चौहान ने संविधान की विशेषताओं को बतलाया। इस अवसर पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. रमेश चौहान ने भी छात्रों को संबोधित किया और भारत के संविधान के विशिष्ट सिद्धांतों के बारे में बात की।




