स्वास्थ्य

खास खबर : कोविड इलाज में बेड की कोई कमी नहीं, आईजीएमसी में सत्तर बेड्स और…

सीएम ने दिए थे बेड्स बढ़ाने के निर्देश

 

 

डरें नहीं कोविड इलाज में बेड्स की कोई कमी नहीं है। आईजीएमसी में सत्तर बेड और बढ़ा दिए हैं। पहले एक सौ सत्तर बेड होते थे अब  सत्तर बेड्स और शामिल होने के बाद आईजीएमसी कोविड इलाज में और मजबूत हो गया है। गौर हो की बीटेक्ड दिन फल ही

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने  शिमला जिले में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि जिले में कोविड-19 मामलों में तेजी से वृद्धि होने की स्थिति में मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी न आए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहरी राज्यों से जिले में आने वाले सभी लोग आॅनलाइन पोर्टल के माध्यम से सम्बन्धित अधिकारियों को इसकी जानकारी दें। जैसे ही कोई व्यक्ति बाहरी राज्यों से प्रदेश में आता है, तो इसकी जानकारी सम्बन्धित क्षेत्रों के आशा कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से भी साझा करे ताकि होम क्वारंटीन नियमों का प्रभावशाली तरीके से पालन किया जा सके।

जय राम ठाकुर ने कहा कि जिले में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी की नई ओपीडी में चरणबद्ध तरीके से 300 अतिरिक्त बिस्तरों की क्षमता का निर्माण किया जाएगा। आयुर्वेदिक अस्पताल छोटा शिमला में 50 अतिरिक्त बिस्तरों, नागरिक अस्पताल जुन्गा में 50 अतिरिक्त बिस्तरों व टुटीकण्डी पार्किंग में 100 बिस्तरों की अतिरिक्त क्षमता उपलब्ध करवाई जाएगी। रोहडू़, रामपुर बुशैहर के खनेरी और ठियोग नागरिक अस्पतालों की बिस्तरों को क्षमता को बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी विपरीत स्थिति का सामना करने के लिए शिमला शहर या के निकटवर्ती स्थान पर प्री फेबरिकेटिड 200 बिस्तरों की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किए जाए। उन्होंने कहा कि सेना के अधिकारियों से शिमला में सेना अस्पताल के उपयोग की अनुमति से सम्बन्धित मामला उठाया जाएगा।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी खुराक के मध्य अन्तर को कम करने के लिए प्रभावशाली प्रणाली विकसित की जानी चाहिए। विशेष रूप से स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को दूसरी खुराक के लिए विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि साधारण जनता को स्वेच्छा से टीकाकरण और कोविड-19 से बचाव के लिए दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।

 

मुख्यमंत्री ने कहा  था कि प्रदेश में आॅक्सीजन, उपकरणों और दवाओं की कोई कमी नहीं है। प्रदेश सरकार रोहडू और रामपुर के अस्पतालों में आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित करने पर विचार कर रही है ताकि क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि निगरानी और होम आइसोलेशन प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर निगरानी रखनी चाहिए और उन्हें होम आइसोलेशन और आरटीपीसीटी टेस्ट के लिए प्रेरित करना चाहिए।

 

 

Deepika Sharma

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