विश्वविद्यालय के कर्मचारी लाभ से वंचित क्यों?
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अध्यापक कल्याण संघ द्वारा आज विश्वविद्यालय सभागार में एक जनरल हाउस का आयोजन किया गया। इस दौरान हपुटवा के उपाध्यक्ष अरूण कुमार सिंह तथा महासचिव जोगेंद्र सिंह सकलानी ने अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में हिमाचल के सभी कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के लाभ सरकार द्वारा प्रदान कर दिए गए हैं। केवल विश्वविद्यालय और महा सचिवालय के अध्यापकों जिन पर यू.जी.सी. पे स्केल लागू होता है। उन्हें इस लाभ से वंचित रखा गया है। डॉक्टर जोगेंद्र सिंह सकलानी ने हैरानी जताते हुए कहा कि समाज के सबसे शिक्षित वर्ग के साथ यह अन्याय समझ से परे है। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज को दिशा प्रदान करता है। और निरंतरता शिक्षा के प्रचार प्रसार में व्यस्त रहता है। ऐसे में सरकार को विश्वविद्यालय और महासचिव वालियों के शिक्षकों को अनदेखी जायज नहीं है।
सभागार में आयोजित जनरल हाउस पर बनी सहमति को सबके समक्ष रखते हुए हपुटवा महासचिव डॉ योगेंद्र सकलानी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश विद्यालय के अध्यापक 24 मई 2022 से कक्षाओं का बहिष्कार करेंगे तथा प्रतिदिन प्रातः 11:00 बजे से कुलपति कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। अध्यापकों ने तुरंत प्रभाव से Evaluation बंद करने का भी निर्णय लिया। साथ ही भविष्य में होने वाली सभी परीक्षाओं के बहिष्कार की योजना भी बनाई।
कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर जोगेंद्र सिंह सकलानी ने कहा कि सरकार को विश्वविद्यालय और महा सचिवालयों के शिक्षकों को 7वें वेतन आयोग के लाभ तुरंत प्रदान करने चाहिए। शिक्षकों में इस दिशा में हो रहे विलंबन से भारी रोष है। और वह आंदोलन की राह में किसी भी स्तर तक जाने को तत्पर है। सरकार को इन जायज मांगों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए और इन दिशा में जल्दी निर्णय लेना चाहिए।



