हम नहीं लगा सकते सरकार को मक्खन….आखिर बिना कुछ मिले कैसे गिनाएं सरकार की उपलब्धि?
कोई बड़ी मांग पूरी नहीं की, वीरेंद्र चौहान ने कहा हम नहीं कर सकते मक्खनबाजी
सरकार कार्यकाल का अब काउंट डाउन शुरू हो गया है लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में कोई बड़ी मांग पूरी नहीं हुई है। इसे लेकर राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा है कि आखिर किसे कहें शिक्षा महकमे में सरकार की बड़ी अचीवमेंट ?हम बेकार में कैसे अचीवमेंट गिनाएं?विरेंद्र चौहान ने कहा है आखिर बिना कुछ मिले कैसे गिनाएं सरकार की उपलब्धि? वह बेवजह सरकार की कुछ अन्य सगठनों की तरह मक्खन बाजी नहीं कर सकते?
हाल ही में हुई बोर्ड की परीक्षाओं के पेपर को चेक करने के लिए सेंटर नहीं बनाए गए हैं। इसलिए राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि बोर्ड की परीक्षाओं को चेक करने के लिए सेंटर का होना बहुत जरूरी है परंतु ऐसा नहीं हो रहा है। पेपर चेकर पेपर को चेक करने के लिए अपने घर साथ ले जा रहे हैं वीरेंद्र चौहान का कहना है कि इसमें इनकी आपस में कोई मिलीभगत भी हो सकती है। इसमें किसी भी चीज की कोई भी पारदर्शिता नहीं हो रही है। वीरेंद्र चौहान का कहना है कि इससे बच्चों के आने वाले भविष्य में भी फर्क पड़ेगा।
इसके अलावा राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान की सरकार से और भी बहुत सी ऐसी मांगे हैं जो अभी तक पूरी नहीं हुई है । सारी बड़ी मांगें है
उनका कहना है कि सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है उनका कहना है कि सरकार ने उनकी कुछ चंद छोटी मांगे पूरी की है परंतु बड़ी मांगे उनकी एक भी अभी तक पूरी नहीं हुई है।
वीरेंद्र चौहान का कहना है कि उन्होंने सरकार से कर्मचारियों के प्रति जितनी भी बड़ी-बड़ी मांगे की है उन्हें सरकार बिल्कुल अनदेखा कर रही है। उन्होंने बताया कि 4-9-14 की मांग है, 2 साल का राइटर हटना चाहिए, कर्मचारियों को इनिशियल स्टार्ट मिलना चाहिए, कर्मचारियों को एरियर का भुगतान होना चाहिए, पुरानी पेंशन बहाल होनी चाहिए, पदोन्नति के लिए एक पैनल बनना चाहिए साल भर पदोन्नतिया होती रहनी चाहिए, और हेड मास्टर कोटा प्रिंसिपल की पदोन्नति के लिए पीछे चल रहा है। इसे बराबर किया जाए। इनके अलावा और भी ऐसी बहुत बड़ी-बड़ी मांगे हैं जो अभी तक पूरी नहीं हुई है।
वीरेंद्र चौहान का कहना है कि शिक्षा विभाग में भी बहुत से पद खाली हैं इनका कहना है कि उन्हें भी जल्द से जल्द भरने की कार्यवाही की जाए। विरेंद्र चौहान का कहना हैं कि सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूर्ण करें।



