EXCLUSIVE: स्वास्थ्य निदेशालय में घूम रही सौ डॉक्टरों की नियमितीकरण की फाइल
अन्य विभाग में प्रक्रिया हो गई पूरी लेकिन स्वास्थ्य विभाग सबसे पीछे
हिमाचल सरकार द्वारा कर्मचारियों को 2 वर्ष के बाद नियमितीकरण का तोहफा भले ही दिया गया है लेकिन कितनी जल्दी ये इंप्लीमेंट होता है , यह स्वास्थ्य महकमे की प्रक्रिया देखकर लगाया जा सकता है। जिस महकमे के डॉक्टर्स ने कोविड़ के समय
दिन रात मेहनत करके हिमाचल के लोगों की जान बचाई उन्हें डॉक्टर्स के नियमितीकरण की फाइल स्वास्थ्य महकमे में घूम रही है। हैरानी तो यह है कि प्रदेश के अन्य विभागों में कर्मचारियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो कर आदेश भी जारी कर दिए गए हैं लेकिन स्वास्थ्य महकमे में लगभग 100 डॉक्टर्स की ऐसी फाइल अटकी पड़ी है जिस पर नियमितीकरण का ठप्पा नहीं लग पाया है। जानकारी के मुताबिक 31 मार्च से लगभग यह प्रक्रिया शुरू कर दी जानी थी लेकिन आज 20 अप्रैल हो गए हैं लेकिन अभी तक भी डॉक्टर्स के नियमितीकरण की प्रक्रिया पर स्वास्थ्य विभाग किसी भी प्रकार की तेजी नहीं दिखा पाया है । प्रदेश के विभिन्न दूरस्थ क्षेत्रों में भी डॉक्टर कार्य कर रहे हैं ,लोगों के स्वास्थ्य की नब्ज टटोलते ये डॉक्टर स्वास्थ्य महकमे के चक्कर भी नहीं काट सकते । अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर उनके नियमितीकरण की फाइल यू अधूरी क्यों छोड़ी गई है ?
बॉक्स
क्या बोल है मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष
मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर जीवानंद चौहान का कहना है कि हैरानी है कि उनके विभाग में ही यह देरी क्यों है? विभाग में लगभग 100 डॉक्टर ऐसे हैं , जिनका कार्यकाल 2 वर्ष का हो गया है लेकिन अभी तक नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है?



