कर्मचारियों की ग्रेच्युटी को 10 लाख से बढ़ा कर 20 लाख कर दिया

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के कर्मचारियों की ग्रेच्युटी को 10 लाख से बढ़ा कर 20 लाख कर दिया है। आदेश अनुसार जो कर्मचारी 15/3/2003 को या उसके बाद नियुक्त सभी कर्मचारियों को जो एनपीएस के तहत भी आते है उनकी रिटायरमेंट ओर डेथ पर मिलने वाली ग्रेच्युटी को डबल करके प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का लाभ देकर जहाँ पूर्व सरकार पेंशन को बंद करने वाली पहली सरकार बनी थी वही प्रदेश के सभी एनपीएस कर्मचारियों को ग्रेच्युटी लागू करने वाली जय राम सरकार पहली सरकार बनी है। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए प्रान्त अध्यक्ष पवन कुमार, प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर, प्रान्त संगठन मंत्री विनोद सूद, सभी ज़िलों के अध्यक्ष, महामंत्री, सहित सभी प्रान्त कार्यकारिणी ने सरकार का आभार व्यक्त किया है। प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को जय राम ठाकुर अपना परिवार मानते हैं। प्रदेश में कभी इतने लाभ कर्मचारियों को नही मिले। प्रदेश में पेंशन को बंद करने का काम पूर्व सरकार ने किया है। प्रदेश का कर्मचारी उन सरकारों के नुमाइंदों से पूछना चाहते हैं कि आज आपको प्रदेश के कर्मचारियों की पेंशन की चिंता है। जब बन्द की तो कर्मचारियों को राजनीति अखाड़ा बनाने वाले कुछ नेता उस समय मंत्री थे और आज मुख्यमंत्री पर बयान बाजी करने वाले कुछ लोग उनके घुटने दबाते थे और वह इनको मक़दझण्डू कहते थे। प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के हितों को सुरक्षित करने का काम मुख8 जय राम ठाकुर ने किया है। धरने प्रदर्शन से कोई भी समाधान नही मिलता। मुख्यमंत्री ने उस दिन प्रदर्शनकारियों को चर्चा के लिए बुलाया ओर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री को उनके पास वार्तालाप के लिए भेजा। परन्तु हैरान हूं कि राजनीतिक रोटियां सेकने वाले नेताओं ने वार्तालाप न होने दी और टकराव का रास्ता अपनाया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राष्ट्रीय स्तर पर ओल्ड पेंशन को लागू करने के लिए प्रयास कर रहा है। देश और प्रदेश के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन मिलनी चाहिए। उसके लिए हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ सरकार से वार्तालाप कर रहा है।



