अपराध नियंत्रण के लिए एक स्थान पर इसका डेटा उपलब्ध होना, उसका विश्लेषण होना जरूरी

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के 37वें स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, अजय कुमार मिश्र, केन्द्रीय गृह सचिव, NCRB के निदेशक और गृह मन्त्रालय तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। अमित शाह NCRB के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने वाले देश के पहले केन्द्रीय गृह मंत्री हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज का दिन देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ जुड़े सभी लोगों के लिए एक हर्ष का दिन है कि आज एनसीआरबी अपना 37वां स्थापना दिवस मना रही है। कोई भी संस्था 37 वर्षों तक सतत रूप से काम करे तो ये तय हो जाता है कि इसके काम की प्रासंगिकता कितनी है। एनसीआरबी को, चाहे सरकार कोई भी रही हो, हमेशा बल और हौंसला मिला क्योंकि इसकी उपयोगिता है। अपराध नियंत्रण के लिए एक स्थान पर इसका डेटा उपलब्ध होना, उसका विश्लेषण होना, विभागीकरण करना और अपराध नियंत्रण के लिए अलग-अलग प्रकार की रणनीति बनाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि रणनीति तभी बन सकती है जब मौजूदा चुनौती का विश्लेषण किया जाए और तथ्य हमारे सामने हो, हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए उपलब्ध संसाधनों की जानकारी हो और इन दोनों के बीच गति के अंतर का विश्लेषण कर उसे रणनीति का हिस्सा बनाएं। शाह ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा, विशेषकर क़ानून और व्यवस्था की स्थिति को संभालने में, एनसीआरबी की बहुत बड़ी भूमिका है।




