अवैध कारोबार पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई हो

हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग से सेवा निवृत्त उपनिदेशक जीवन शर्मा ने जनवरी में मंडी में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत तथा फरवरी में उना में अवैध पटाखा फैक्ट्री मैं विस्फोट में 6 महिलाओं के जिंदा जलकर मौत होने पर सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाया|
जीवन शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि सरकार पुलिस ,आईबी, विजिलेंस और सीआईडी समेत अन्य खुफिया एजेंसियों पर वेतन भत्ते तथा अन्य सुविधा प्रदान करने पर करोड़ों रुपए खर्च करती है|
उनका कहना हे कि छोटे से हिमाचल प्रदेश में इन अवैध शराब की फैक्ट्री का बिना रोक-टोक चलाया जाना तथा उना में अवैध फैक्ट्री का चलाए जाने से इन खुफिया एजेंसियों को भनक न लगना समझ से परे है ,
जनहित इनके लिए सर्वोपरि नहीं है जब कोई भी सड़क दुर्घटना व अवैध धंधे की घटना घटती है तो सरकार विशेष जांच टीम का गठन तो करती है.परंतु उस द्वारा भविष्य में दिए गए सुझावों पर अमल करना भूल जाती है तथा अन्य घटना का इंतजार किया जाता है|


