पर्यावरण

जल जीवन मिशन से इस तरह बदला भारत

वर्ष 2024 तक देश के हर घर तक नल से स्वच्छ जल के बारे में मोदी सरकार का कहना है किप्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना को साकार करने के लिये, ढाई साल से भी कम अवधि तथा कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन की दिक्कतों के बावजूद जल जीवन मिशन ने 5.77 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों तक नल से जल उपलब्ध करा दिया है। परिणामस्वरूप आज देश के नौ करोड़ ग्रामीण घरों को नल से साफ पानी की आपूर्ति का सुख मिल रहा है।

जल जीवन मिशन के तहत जल गुणवत्ता निगरानी और सतर्कता गतिविधियों को उच्च प्राथमिकता दी जा रही है। हर गांव की पांच महिलाओं को हर तरह के अशुद्ध जल की जांच करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसके लिये फील्ड टेस्ट किट का इस्तेमाल होता है। इन किटों को पंचायतों को सौंपा जाता है। किटों की मदद से नौ पैमानों पर पानी की जांच होती है, जैसे पीएच, एल्केलाइन, क्लोराइड, नाइट्रेट, पानी में सख्तपन, फ्लोराइड, आयरन, अंश रहित क्लोरीन और एच2एस। इन किटों के जरिये 9.13 लाख से अधिक महिलाओं को जल की शुद्धता की जांच करने के लिये प्रशिक्षित किया जा चुका है।

 

देश में पानी की जांच करने के लिये 2,022 प्रयोगशालायें हैं। इनमें से 454 प्रयोगशालायें एनएबीएल से मान्यता-प्राप्त हैं। देश में पहली बार, जल जांच प्रयोगशालाओं को लोगों के लिये खोल दिया गया है, ताकि वे मामूली दरों पर अपने पानी के नमूनों की जांच कर सकें। कई राज्यों को मोबाइल वैन भी दिये गयें हैं, ताकि वे दूर-दराज के गांवों में पानी के नमूनों की जांच कर सकें।

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जल जीवन मिशन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करता है, ताकि पारदर्शिता, जवाबदारी, निधियों का उचित उपयोग और सेवा आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। जल जीवन मिशन के तहत तैयार की गई हर जलापूर्ति सम्पदा जियो-टैग के साथ है। हाइड्रो-जियो मॉरफोलॉजिकल (एचजीएम) मानचित्र का इस्तेमाल एक ग्राम योजना के लिये किया जाता है, ताकि पेयजल स्रोतों की पहचान की जा सके और जल-स्रोतों को रीचार्ज करने की अवसंचरना बनाई जाये। मिशन के तहत घरों में पानी के कनेक्शन को घर के मुखिया के आधार कार्ड नंबर से जोड़ा गया है। उल्लेखनीय है कि सभी वित्तीय लेन-देन को जन वित्त प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के जरिये किया जाता है।

 

जल जीवन मिशन को कार्यान्वित करने में पारदर्शिता और जवाबदारी सुनिश्चित करने के लिये मिशन की सभी सूचनाओं को जनता के सामने रखा जाता है। मिशन के डैशबोर्ड को https://ejalshakti.gov.in/jjmreport/JJMIndia.aspx पर देखा जा सकता है।

 

जनता और खासतौर से महिलाओं तथा ग्रामीण समुदायों की सक्रिय भागीदारी की बदौलत, जल जीवन मिशन एक जन आंदोलन बन गया है। दीर्घकालीन पेयजल सुरक्षा, स्थानीय समुदाय और ग्राम पंचायतें एक साथ मिलकर यह काम कर रही हैं तथा वे सब मिलकर गांवों में जलापूर्ति प्रणालियों, अपने जल स्रोतों और इस्तेमालशुदा पानी के प्रबंधन की जिम्मेदारी निभा रही हैं। वर्ष 2024 तक हर ग्रामीण घर तक नल से जल पहुंचाने की सरकार की प्रतिबद्धता पूरी करने की दिशा में जल जीवन मिशन अग्रसर है।

Deepika Sharma

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