
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश भर में आज विश्व दृष्टि दिवस मनाया गया। यह दिवस हर वर्ष अक्तूबर माह में दूसरे गुरूवार का मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का थीम ‘Love Yours Eyes’ ‘अपनी आंखो से प्यार करो‘ है। प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि विश्व में 1 अरब लोग कमज़ोर नज़र या दृष्टिहीनता से ग्रसित हैं। इसका मुख्य कारण अपवर्तक त्रुटि (Refractive error) एवं मोतियाबिंद है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रदेश भर में 1976 से राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य लोगों का अंधेपन से बचाव, निदान व उपचार करना है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत 50 वर्ष से अधिक आयु के होने वाले मोतियाबिंद का ऑपरेशन मुफ्त करवाया जाता है। इसके अतिरिक्त अपवर्तक त्रुटि (Refractive error) होने पर मुफ्त चश्में वितरित किए जाते हैं। इसके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है व स्वास्थ्य संस्थानों में आधुनिक मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश में विभिन्न NGO एवं निजी अस्पतालों की सहभागिता से भी मोतियाबिंद के ऑपरेशन करवाने का प्रावधान है। वर्ष 2020-21 में 25213 सफेद मोतियाबिंद के ऑपरेशन मुफ्त करवाए गए। इस वर्ष जुलाई 2021 तक 7393 मोतियाबिंद के ऑपरेशन करवाए जा चुके है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि प्रदेश में IGMC Shimla व Dr. RPGMC Tanda में 2 नेत्र बैंक कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त SLBSGMC Ner Chowk में तीसरा नेत्र बैंक स्थापित किया जा रहा है। प्रदेश में क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला जिला कांगडा व Dr. YSPGMC Nahan में नेत्र संग्रह केन्द्र इस कार्यक्रम के अन्तर्गत चलाए जा रहे हैं। वर्ष 2016 से आज तक 131 eye balls नेत्र दान के स्वरूप लिए जा चुके हैं।
इस कार्यक्रम के अन्तर्गत मिशन दृष्टि अभियान शीघ्र ही चलाया जाएगा। इस अभियान मे कक्षा छः से बारहवीं के सभी सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की आंखों की जांच करवाकर उन्हें अपवर्तक त्रुटि (Refractive error) पाए जाने पर मुफ्त चश्में बांटने का प्रावधान किया गया है।



