असर विशेष : वो है बिगड़ती लिकावट का स्पेशल मास्टर
बीते वर्ष राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त करने के बाद इस बार प्रदेश सरकार ने थपथपाई पीठ
छात्रो के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए शिक्षक वीरेन्द्र कुमार का अथक प्रयास !
वीरेन्द्र कुमार (प्रशिक्षित कला स्नातक) Trained Graduate Teacher शिक्षक है, जो कि कला को सामाजिक परिवर्तन के साधन के रुप में नियोजित करने में रुचि रखते हैं!
क्या आप जानते हैं कि यदि आपकी लिखावट अच्छी नहीं है तो वह आपकी लिखावट को भी सुधार सकते हैं ऐसा ही कमाल उन्होंने हिमाचल के छात्र ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों के छात्रों के साथ भी करके दिखाया है जिसमें उनकी बिगड़ती लिखावट को सुधार कर बहुत सुंदर बना दिया है।

वीरेंद्र कुमार को पिछले वर्ष राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है वहीं इस बार भी प्रदेश सरकार द्वारा उनकी पीठ थपथपाई गई है।
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उन्होंने तीन किताबें लिखी हैं और पाठ्यक्रम में कला एकीकरण के पहलू पर 20,000 से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया है। आज कल उन्होंने छात्रो को सुलेख सिखा कर उनकी लिखावट सुधारने का मिशन उठाया है वह छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए उनकी लिखावट सुधारने का प्रयतन कर रहे है वह अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान विषय भी पढातें है उन्होनें एससीईआरटी, एनसीईआरटी और एनआईईपीए के लिए संसाधन व्यक्ति के रुप में काम किया है ! उन्होंने कहा कि 2018 से लेकर अभी तक 90,000 से अधिक छात्रों की लिखावट में सुधार किया है। इसके लिए उन्हें देश के राष्ट्रपति द्धारा शिक्षक दिवस पर राष्ट्रीय पुरस्कार द्बारा नवाजा गया था।
असर न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि यदि लक्ष्य बच्चों के हित में हो तो उसे पूरा करने में ईश्वर भी आपकी मदद करता है। हिमाचल के छात्रों की लिखावट ज्यादा बेहतर नहीं है लेकिन उसे सुंदर बनाने के लिए उन्होंने बहुत ही अथक प्रयास किए हैं उनका कहना है कि हिमाचल शिक्षा जगत काफी विकासात्मक कार्य कर रहा है जिसमें शिक्षक की भूमिका अहम होती है।



