असर विशेष: उसके हाथों के हुनर को सलाम….
देखिए अपेक्षा शर्मा के द्वारा बनाए गए हाथों से बने सामान की झलक
लडकिया किसी भी कार्य के क्षेत्र में लड़को से कम नही है बात चाहे पढ़ने की जाए या व्यवसाय की या खेलने की । ऐसी ही होनहार बेटी अपेक्षा शर्मा जो की ठियोग के टिक्कर गांव से है आज असर विशेष के साथ बातचीत करने के दौरान बताती है कि कैसे वो

अपने हाथों से समान बना कर उसे बेचती है अपेक्षा ने अभी हाल ही में अपनी यूजी की फाइनल ईयर की परीक्षा दी है ।अपेक्षा के पिता एक किसान है अपेक्षा अपने हाथ द्वारा बनाई गई चीजों को बेच कर अपनी पिता की भी मदद करती है।

अपेक्षा का कहना है कि उसे फ़ैशन डिजाइन का बहुत शौक है ।कोटखाई में लगे समर फेस्टिवल में भी उसने हिस्सा लिया था यह काम अपेक्षा ने लॉकडाउन में शुरू किया था सबसे पहले अपनी मां की सहायता से हेयरबैंड बनाया था और बाद बाद बूटिक का समान भी बनाना शुरू कर दिया ।अपेक्षा को अभी तक इस काम में 1 लाख से ऊपर का फायदा हो गया हैलड़कियां को लडको से कम नही समझे उनके काम के लिए प्रोत्साहन करे ताकि लडकियां ऐसे ही आगे बढ़ती रहे
असर विशेष के साथ
कविता


