असर विशेष: कुत्तों की जगह अब चूहे और कछुए भी बने पालतू
बच्चों को खूब आ रहे पसंद, पर चूहों की मौत स्किन कैंसर से हो रही ज्यादा
अब हिमाचल में भी लोगों को सफेद चूहे और कछुआ पालने का शौक पैदा होने लगा है। शिमला पशु चिकित्सालय में इलाज के लिए आ रहे आंकड़ों के मुताबिक यह साफ साबित हो रहा है कि अब उनकी जगह धीरे-धीरे कुछ घरों में पालतू चूहे और कछुए भी लेने लगे हैं
चूहों को पालने का शौक ज्यादातर बच्चे रखते हैं और ज्यादातर सफेद रंग के चूहों को पाला जाता है। यह ही नहीं बल्कि दूसरी और हिमाचल वासियों को कछुए पालने का शौक भी चढ़ा है।
असर टीम को वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि कई लोग अब कछुआ को भी पालने लगे हैं। उनका अच्छी तरह से पालन पोषण करते हैं इसके साथ-साथ उनकी सेहत का भी ध्यान रखते हैं।
आमतौर पर लोगों ने चूहों से होने वाली बीमारियों के बारे में सुना होगा परंतु चूहों को होने वाली बीमारियों के बारे में नहीं सुना होगा। वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि चूहों में सबसे ज्यादा पाई जाने वाली बीमारी कैंसर होती है। इनका कहना है कि दो से तीन साल के चूहों को स्किन कैंसर होना बहुत आम बात है। और आजकल इस तरह के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। और यदि इस बीमारी का समय पर इलाज ना हो तो यह पालतू चूहों के लिए घातक हो सकती है।
असर टीम से भारती…